दरअसल परिचर्चा को मॉडरेट कर रहे डॉ. सूरज एंगड़े ने मुख्यमंत्री ने भारत की मौजूदा राजनीतिक परिचर्चा पर एक सवाल पूछा। उन्होंने कहा, कुछ राजनेता लगातार पाकिस्तान-पाकिस्तान का राग अलाप रहे हैं। देश की किसी समस्या की बात हो बात पाकिस्तान की होने लगती है। भारत के राजनेता पाकिस्तान जैसे देश की इतनी बात क्यों करते हैं।
जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा, एक कहानी सुनाता हूं। जंगल के जानवरों ने तय किया कि अब शेर राजा नहीं रहेगा। अब राजा कोई और होगा। बंदर ने सुरक्षा और सेवा का वादा किया और जानवरों बंदर को राजा बना दिया। एक दिन बाघ ने हिरन के एक बच्चे को दबोच लिया। हिरन भागकर राजा बंदर के पास पहुंचा। उससे कहा, बाघ से उसके बच्चे को बचाए।
बंदर वहां पहुंचा और इस पेड़ से उस पेड़। इस डाली से उस डाली तक कूदने लगा। हिरन ने कहा, राजा मेरे बच्चे को बचाइए बाघ ने दबोच रखा है। इस तरह कूदने से वक्त बीत रहा है। बंदर ने कहा, कर ही तो रहा हूं। तुम्हारे बच्चे के बचाने के लिए मैं पूरी मेहनत कर रहा हूं। तुम्हारा बच्चा बचता है या नहीं, लेकिन मेरी मेहनत में कोई कमी हो तो बताओ। यहां ऐसा ही हो रहा है। जिसको जो आएगा वह वहीं करेगा।