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रायपुर

अस्पतालों में भर्ती 79 प्रतिशत कोरोना मरीज बोले- काउंसलर नहीं आते, 51.5 प्रतिशत को मास्क नहीं मिले

छत्तीसगढ़ के कोविड-19 अस्पतालों (COVID-19 Hospital) में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीजों को मिलने वाले उपचार और मूलभूत सुविधाओं में अभी काफी सुधार की गुंजाइश है, क्योंकि भर्ती 79 प्रतिशत मरीजों ने कहा कि न तो उन्हें काउंसर का फोन आया, न काउंसलर आकर मिले।

रायपुरSep 21, 2020 / 10:39 am

Ashish Gupta

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रायपुर. छत्तीसगढ़ के कोविड-19 अस्पतालों (COVID-19 Hospital) में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीजों को मिलने वाले उपचार और मूलभूत सुविधाओं में अभी काफी सुधार की गुंजाइश है, क्योंकि भर्ती 79 प्रतिशत मरीजों ने कहा कि न तो उन्हें काउंसर का फोन आया, न काउंसलर आकर मिले।
लापरवाही तो यह भी है कि अस्पतालों में भर्ती होने पर 51.5 प्रतिशत मरीजों को मॉस्क ही मुहैया नहीं हुए। जो संक्रमण रोकने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है। हालांकि फीडबैक का असर यह हुआ है कि मरीजों को खाना समय पर मिल रहा है। खाने की गुणवत्ता अच्छी मानी गई है। पीने का पानी भी 24 घंटे उपलब्ध है।
‘पत्रिका’ को मिली जानकारी के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग (CG Health Department) को लगातार यह शिकायतें मिल रही थी कि मरीजों को अस्पतालों में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। तय किया गया कि मरीजों से फोन के जरिए फीडबैक लिया जाए। 7 अगस्त से 104 मेडिकल हेल्पलाइन नंबर से मरीजों को फोन किए जाने लगे। यह प्रक्रिया निरंतर जारी है। यह फीडबैक जिला अस्पताल और मेडिकल कॉलेज के कोविड19 हॉस्पिटल में किया गया। विभाग होम आइसोलेशन मरीजों को भी इसमें शामिल करने की योजना बना रहा है।

7 अगस्त से 18 सितंबर तक की रिपोर्ट
स्वास्थ्य विभाग ने 104 मेडिकल हेल्पलाइन के जरिए 7 सितंबर से कोरोना संक्रमित मरीजों से 12 सवालों पर फीडबैक लेने की योजना बनाई। फीडबैक लेना शुरू किया। पहली रिपोर्ट 20 सितंबर को जारी की गई। इस दौरान 18,306 मरीजों को कॉल किया गया। 9,547 मरीजों के कॉल रिसीव हुए। इनमें से 5,675 मरीजों ने सभी 12 सवालों के जवाब दिए।

मरीजों को वार्ड के बाहर जाने की भी अनुमति, आखिर क्यों?
21 प्रतिशत मरीजों ने सवाल के जवाब में कहा कि उन्हें वार्ड के बाहर जाने की अनुमति दी गई। सवाल यह है कि क्यों? मरीज कहां तक गए? इस दौरान किससे मिले? क्या इससे संक्रमण फैलने का खतरा नहीं है। इतना ही नहीं 4 प्रतिशत मरीजों ने कहा कि भर्ती के दौरान वार्ड में परिजनों से मिले।

फोन करके पूछे गए सवालों की फेहरिस्त-
सवाल- जिला अस्पताल- मेडिकल कॉलेज अस्पताल
1. क्या डॉक्टर रोजाना विजिट करते हैं?- 72 प्रति. हां। – 74 प्रति. हां।
2. क्या आपका बीपी, पल्स और टेम्प्रेचर रोजाना लिया जाता है?- 65 प्रति. हां। – 54 प्रति. हां।
3. क्या काउंसलर/विजिट/कॉल करते हैं, चर्चा करते हैं?- 19 प्रति. हां। – 21 प्रति. हां।
4. क्या सरकार से आपको वन टाइम किट मिली है?- 98 प्रति, हां। – 97 प्रति. हां।
5. जब आप भर्ती हुए क्या आपको सरकार की तरफ से मास्क मिला?- 48 प्रति. हां। – 54 प्रति. हां।
6. खाना समय पर मिलता है?- 99 प्रति. हां।- 99 प्रति. हां।
7. खाना की गुणवत्ता अच्छी है?- 89 प्रति. हां। – 77 प्रति. हां।
8. पीने का पानी हर समय उपलब्ध रहता है?- 96 प्रति. हां। – 97 प्रति. हां।
9. बाथरूम/टॉयलेट साफ रहते हैं?- 70 प्रति. हां। – 69 प्रति. हां।
10. वार्ड रूम और फ्लोर साफ होते हैं?- 76 प्रति. हां। – 75 प्रति. हां।
11. क्या मरीजों को वार्ड के बाहर जाने की अनुमति होती है?- 23 प्रति. हां। – 24 प्रति. हां।
12. क्या परिवारिक सदस्यों को मरीज से मिलने की अनुमति होती है?- 4 प्रति. हां।- 4 प्रति. हां।

स्वास्थ्य संचालनालय के राज्य नोडल अधिकारी 104, डॉ. कमलेश जैन ने कहा, कोविड हॉस्पिटल और कोविड केयर सेंटर में भर्ती मरीजों से मिलने वाले फीडबैक से व्यवस्था में काफी सुधार हुआ है। हां, कुछ चीजें हैं, जैसे मॉस्क न मिलना। इसे लेकर अधिकारियों से चर्चा की जाएगी। मरीजों से अपील है कि वे मोबाइल फोन चालू रखें। सवालों के सही जवाब दें। ताकि कमियां दूर की जा सकें।

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