scriptछत्तीसगढ़ के इस डीएसपी ने लव, ब्रेकअप और पॉलिटिक्स को मात देकर लिख दी खुद पर किताब | chhattisgarh dsp abhishek singh write autobiography to student life | Patrika News
रायपुर

छत्तीसगढ़ के इस डीएसपी ने लव, ब्रेकअप और पॉलिटिक्स को मात देकर लिख दी खुद पर किताब

बैरिकैड की डेढ़ महीने में बिक गई 5000 कॉपी

रायपुरDec 29, 2020 / 01:24 pm

Tabir Hussain

छत्तीसगढ़ के इस डीएसपी ने लव, ब्रेकअप और पॉलिटिक्स को दी मात और लिख दी खुद पर किताब

रायपुर के सरोना स्थित राजपूत भवन में बैरिकेड का वर्चुअल प्रमोशन किया गया। इस दौरान रविन्द्र सिंह, राजेश सिंह आमानाका टीआई भरत बरेठ व सरोज सिंह, राणा अंकित, संतोष सिंह, विवेक परमार, अजीत सिंह, दिलीप सिंह, मनोज सिंह, राणा विकास, सूरज सिंह,जेपी सिंह, सुनील सिंह, मनीष सिंह, बसन्त सिंह, प्रकाश कलचुरी, टी एन सिंह, शम्भू सिंह, सुमन सिंह, राणा आनन्द, अमित सिंह मौजूद रहे।

ताबीर हुसैन @ रायपुर. यह कहानी है बीजापुर में पदस्थ डीएसपी अभिषेक सिंह की। पुलिस होने के नाते लाठियां बरसाईं भी और छात्र जीवन में खाई भी। जब सीजीपीएससी में इंटरव्यू देने पहुंचे तो पैर में चोट की से ठीक से चल नहीं पा रहे रहे। बोर्ड के चेयरमैन प्रदीप जोशी उन्हें विकलांग कोटे का समझ बैठे थे। राजधानी में रविवार को सरोना स्थित राजपूत भवन में उनकी किताब बैरिकेड का वर्चुअल प्रमोशन था। नक्सल ऑपरेशन के चलते वे कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए लेकिन मोबाइल पर किताब को लेकर चर्चा की।


फेसबुक पर लिखते थे संस्मरण, फॉलोअर्स बोले-किताब क्यों नहीं लिखते
डीएसपी अभिषेक ने करीब 8 महीने में किताब लिखी। इसका 90 प्रतिशत लेखन बिलासपुर में पदस्थापना के दौरान हुआ। डेढ़ महीने में ही उनकी किताब की 5 हजार कॉपी बिक चुकी है। छत्तीसगढ़ में पुलिस की नौकरी से पहले जीवन बनारस और दिल्ली के इर्द-गिर्द गुजरा। जिसमें प्यार पॉलिटिक्स और ब्रेकअप का तानाबाना था। फेसबुक पर शॉर्ट संस्मरण लिखने लगे। फॉलोअर्स ने कहा कि किताब लिखनी चाहिए। प्रशंसकों और रायपुर के नागेंद्र दुबे के कहने पर बुक लिखने का मन बनाया। किताब में बीएचयू में अपने छात्र जीवन की आवारागर्दी, नेतागिरी, वर्चस्व की लड़ाई, दिल लगना और टूटना, मुखर्जी नगर, पढ़ाई छोड़ अन्ना आंदोलन में सहभागिता, निर्भया कांड के दौरान प्रोटेस्ट, लाठीचार्ज, सीजीपीएससी में सलेक्शन और पुलिस की नौकरी का रोचक संस्मरण लिखा गया है।

छत्तीसगढ़ के इस डीएसपी ने लव, ब्रेकअप और पॉलिटिक्स को दी मात और लिख दी खुद पर किताब

इसलिए की जा रही पसंद

किताब की पसंदगी के पीछे सरल और रोचक हिंदी बताई जा रही है। देश-काल और परिस्थितियों के हिसाब से शब्द-शैली में खासा बदलाव नहीं किया गया है। कहानी में जो वाकिये हैं उनमें से हर युवा कभी न कभी टकराया है।

यह सीख मिल रही

– खुलकर जियो: जिंदगी को खुलकर जियो लेकिन एक लक्ष्मण रेखा जरूर होनी चाहिए।
– जज़्बा बना रहे: जीवन में कई रुकावटें आएंगी लेकिन जज़्बा ऐसा हो कि उन्हें रौंदते हुए आप आगे बढ़ जाएं।
– दिल टूटे पर हिम्मत नहीं: नायक को प्रेम में दो बार असफलता मिलती है लेकिन उसे वह खुद पर हावी नहीं होने देता। जीवन में यह सामान्य घटना है।

Home / Raipur / छत्तीसगढ़ के इस डीएसपी ने लव, ब्रेकअप और पॉलिटिक्स को मात देकर लिख दी खुद पर किताब

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो