कोबरा बटालियन के जवान लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि कैंप से 14 किमी दूर नक्सली के मूवमेंट की सूचना मिली थी। अफसरों के निर्देश पर जोनागुड़ा से सर्चिंग करते हुए अलग-अलग टेकलगुड़ा की ओर बढ़ रहे थे। टेकलगुडा गांव से कुछ दूरी पर फोर्स रुकगई। इस दौरान अचानक गोलियां चलने लगी। गोलियां चलने पर फोर्स ने पेड़ व टीलों की आड़ लेकर जवाबी फायरिंग शुरू की। अचानक गोलियां चलने से कुछ साथी घायल हो गए। चारों तरफ से गोलियां चल रही थीं और नक्सली उकसाने के लिए ललकार रहे थे। लीडर ने गांव की तरफ बढऩे का निर्देश दिया। कुछ साथियों ने नक्सलियों से मोर्चा संभाला और बाकि फोर्स जोनागुड़ा की तरफ रुख कर गई। जोनागुड़ा पहुंचने के बाद घायल साथियों का उपचार कर रहे थे।
राजधानी के निजी अस्पताल में अपना उपचार करा रहे कोबरा बटालियन के सब इंस्पेक्टर आनंद पटेल ने बताया कि नक्सलियों ने जैसे ही गोली बरसाना शुरू किया, वैसे ही फोर्स ने मोर्चा संभाल लिया था। चारों तरफ से गोली नक्सली बरसा रहे थे।