script400 से ज्यादा नक्सलियों ने घेरकर चलाई 10 घंटे तक गोलियां, बैकअप मिलता तो परिणाम हमारे पक्ष में होता | Chhattisgarh Naxal Attack : 400 Naxalites fired bullets for 10 hours | Patrika News
रायपुर

400 से ज्यादा नक्सलियों ने घेरकर चलाई 10 घंटे तक गोलियां, बैकअप मिलता तो परिणाम हमारे पक्ष में होता

– साथियों की मौत से दुखी घायल जवानों ने पत्रिका को बताई आपबीती .- परिजनों को दुख ना हो इसलिए फोटो छापने से भी किया मना .

रायपुरApr 07, 2021 / 07:23 pm

CG Desk

Naxal attack alert

नक्सली हमले की आशंका

रायपुर। बीजापुर के तर्रेम इलाके में घायल हुए जवानों का उपचार राजधानी के निजी अस्पतालों में चल रहा है। घायल अवस्था में खुद से ज्यादा जवानों को साथियों को खोने का दर्द है। मुठभेड़ के दौरान बैकअप न मिलने से जवान प्रशासनिक व्यवस्थाओं को कोस रहे हैं। प्रोटोकॉल की वजह से जवान मीडियाकर्मियों से खुलकर बात नहीं कर रहे, लेकिन दबी जुबानों में खुद के सिस्टम से नाराज है। मुठभेड़ के दिन कैसे नक्सलियों के एंबुश में फंसे? किस तरह से जवानों ने नक्सलियों का एंबुश तोड़ा और नक्सलियों को खदेड़ा? किस तरह से दोबारा कैंप तक पहुंचे? यह सभी सवालों के जवाब पत्रिका संवाददाताओं को दिए।
ललकार कर उकसा रहे थे नक्सली
कोबरा बटालियन के जवान लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि कैंप से 14 किमी दूर नक्सली के मूवमेंट की सूचना मिली थी। अफसरों के निर्देश पर जोनागुड़ा से सर्चिंग करते हुए अलग-अलग टेकलगुड़ा की ओर बढ़ रहे थे। टेकलगुडा गांव से कुछ दूरी पर फोर्स रुकगई। इस दौरान अचानक गोलियां चलने लगी। गोलियां चलने पर फोर्स ने पेड़ व टीलों की आड़ लेकर जवाबी फायरिंग शुरू की। अचानक गोलियां चलने से कुछ साथी घायल हो गए। चारों तरफ से गोलियां चल रही थीं और नक्सली उकसाने के लिए ललकार रहे थे। लीडर ने गांव की तरफ बढऩे का निर्देश दिया। कुछ साथियों ने नक्सलियों से मोर्चा संभाला और बाकि फोर्स जोनागुड़ा की तरफ रुख कर गई। जोनागुड़ा पहुंचने के बाद घायल साथियों का उपचार कर रहे थे।
इस दौरान नक्सलियों ने दोबारा हमला कर दिया। गोली लगने से घायल हो गया, तो दूसरे साथियों ने मोर्चा संभाला। रात होने की वजह से नक्सली फरार हो गए। घायल अवस्था में ही गांव से निकलकर सिलगेर पहुंचे और फिर हेलीकाप्टर ने रेस्क्यू किया।
बैकअप मिलता तो परिणाम हमारे पक्ष में होता
राजधानी के निजी अस्पताल में अपना उपचार करा रहे कोबरा बटालियन के सब इंस्पेक्टर आनंद पटेल ने बताया कि नक्सलियों ने जैसे ही गोली बरसाना शुरू किया, वैसे ही फोर्स ने मोर्चा संभाल लिया था। चारों तरफ से गोली नक्सली बरसा रहे थे।
इस दौरान जवानों ने मोर्चा संभाला और दो घंटे की मशक्कत के बाद एंबुश को तोड़ा। एंबुश तोडऩे के दौरा कई साथी घायल हो गए, तो टीम लीडरों ने पास के गांव की तरफ रुख करने का निर्देश दिया। साथियों को लेकर जैसे ही पास के गांव पहुंचे, वैसे ही नक्सलियों ने दोबारा हमला कर दिया और फिर बम फेंकना शुरू किया। बम की चपेट में आने से कई साथी गंभीर रूप से घायल हो गए और खून ज्यादा बहने से उनकी मौत हुई। 10 घंटे तक गोलीबारी होती रही और मदद के लिए बैकअप टीम नहीं पहुंच पाई। बैकअप टीम समय पर पहुंच जाती, तो ज्यादा साथियों की मौत नहीं होती।

Home / Raipur / 400 से ज्यादा नक्सलियों ने घेरकर चलाई 10 घंटे तक गोलियां, बैकअप मिलता तो परिणाम हमारे पक्ष में होता

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो