पुलिस अधिकारी ने बताया, हमने महिला के बयान दर्ज कर लिए हैं और उसे आश्रम में उस कमरे की पहचान कराने के लिए ले जाया गया, जहां यह अपराध हुआ था। उसे बाबा के उस भक्त की भी पहचान कराने के लिए आश्रम ले जाया गया था, जिसने उसे अलवर रेलवे स्टेशन पहुंचाया था। पुलिस ने बाबा के उस कमरे को सील कर दिया है, जहां से वह अपने अनुयायियों को संबोधित करते थे।
पीडि़ता ने पहले इस मामले को बिलासपुर पुलिस थाने में दर्ज कराया था, जिसे बाद में अलवर के अरावली विहार पुलिस थाने में स्थानांतरित कर दिया गया था। मामला ऐसे समय प्रकाश में आया है, जब 25 अगस्त को पंचकुला की विशेष अदालत ने डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को दो शिष्याओं के साथ दुष्कर्म करने के मामले में 20 वर्ष कारावास की सजा सुनाई थी।
आंत के अल्सर का इलाज न्यूरोलॉजी अस्पताल में। सुनने में यह बड़ा ही अजीब लगा होगा, लेकिन यह सत्य है। अलवर में फलाहारी बाबा पर जैसे ही यौन शोषण का आरोप लगा, वो न्यूरोलॉजी सर्जरी के एक निजी अस्पताल में भर्ती हो गए थे। जबकि अस्पताल में उनकी बीमारी का कोई इलाज नहीं था। इलाज के नाम पर बाबा के केवल ग्लूकोज की बोतल लगी थी।