स्वास्थ्य विभाग (Health Department) द्वारा 26 जून की स्थिति में तैयार की गई रिपोर्ट के मुताबिक जिन 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मरीजों का रिकवरी रेट (Corona Recovery Rate) देश में सबसे बेहतर है उनमें छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) छठवें स्थान पर है। छत्तीसगढ़ का रिकवरी रेट मध्य प्रदेश से सिर्फ 3 प्रतिशत कम है। छत्तीसगढ़ का रिकवरी रेट देश के रिकवरी रेट से 16 प्रतिशत अधिक है। देश का रिकवरी रेट इसलिए कम है, क्योंकि दिल्ली, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में अभी भी बड़ी संख्या में मरीज मिल रहे हैं।
प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग का मानना है कि अभी भले ही स्थिति संभलती दिख रही है, मगर कोरोना वायरस कभी भी तेजी से पलटवार कर सकता है। चिंता खासकर शहरी क्षेत्रों में है, क्योंकि मजदूरों की वापसी हो चुकी है और अब जो आएंगे वे या तो विदेश से आएंगे या फिर दूसरे राज्यों में फंसे अन्य तबके के लोग होंगे। जैसे – छात्र, परिवार के ऐसे लोग जो अपने नाते-रिश्तेदार के यहां गए थे, मगर लॉकडाउन की वजह से लौट नहीं सके या फिर नौकरीपेशा लोग। अब ये सब ट्रेन, प्लेन या फिर निजी वाहनों के जरिए ई-पास लेकर वापसी कर रहे हैं।
राज्य में मृत्यु दर 0.5 प्रतिशत
छत्तीसगढ़ में कोरोना के 2545 मरीजों में अब तक 13 मरीजों की मौत हुई है, जिनमें से 9 मरीज किसी न किसी अन्य बीमारी से पीड़ित थे, बाद में उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई। मौत की एक वजह कोरोना वायरस भी रहा। प्रदेश में कोरोना से मृत्यु दर 0.5 प्रतिशत है, जो पड़ोसी राज्यों की तुलना में काफी बेहतर है।
अब हमारी लापरवाही ही बढ़ा रही कोरोना की ताकत
प्रदेश में 2545 मरीजों में एक्टिव मरीजों की संख्या 700 से अधिक है। ये मरीज भी जल्दी ठीक होंगे। मगर, अब अगर मरीज बढ़े तो यह हमारी-आपकी लापरवाही से बढ़ेंगे। अगर हम मास्क लगाकर चलेंगे, सोशल और फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करेंगे तो संभव है कि वायरस स्प्रेड रुकेगाडिस्टेंसिंग इसलिए नियमों का पालन करें ताकि जल्द नियंत्रण हो सके।
स्वास्थ्य विभाग के उप संचालक एवं प्रवक्ता डॉ अखिलेश त्रिपाठी ने कहा कि कोरोना को लेकर कोई भी पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता। कभी भी एकाएक मरीज बढ़ सकते हैं। हां, बीते कुछ दिनों में जरूर काफी मरीज की हुए हैं।