किसानों को रोकने सुरक्षा बल तैनात
महासमुंद से किसानों का दल बिलासपुर हाईकोर्ट के लिए पदयात्रा पर निकला था। कारवां बढऩे के बाद किसानों की संख्या बढ़ती गई। हाईकोर्ट पहुंचने पर संख्या बढक़र तीन सौ से अधिक हो गई। एक साथ इतनी बडी संख्या मे किसानों के पहुंचने पर पुलिस ने बैरिकेडिंग कर किसानों को हाईकोर्ट के सामने के परिसर में रोक दिया।सीजे ने 10 लोगों को मिलने की दी अनुमति
सीजे को जब महासमुंद से पदयात्रा कर किसानों के आने की जानकारी दी गई तो उन्होंने अधिकतम 10 लोगों को चेंबर में आकर मिलने की अनुमति दी। चेंबर में किसान नेता राजेश्वर चंद्राकर, राधेश्याम शर्मा, रामगुलाम सिंह ठाकुर समेत दो महिला समाजसेवी एवं तीन अन्य किसान नेता मिलने गए। किसानों की समस्या को सुनने के बाद उन्होंने कहा न्याय पर सभी का हक है। वाजिब न्याय सभी को मिलेगा। हाईकोर्ट की स्थापना का उद्देश्य भी यही है।पानी पिलाकर किसानों का अनशन तुड़वाया
किसानों की समस्या सुनने के बाद ये जानकारी दिए जाने पर कि जो लोग मिलने आए हैं, अनशन पर हैं। सीजे ने रजिस्ट्रार जनरल गौतम चौराडिया को पानी पिलाकर अनशन तुड़वाने के लिए कहा। चेंबर में ही किसानों को पानी पिलाकर अनशन तुड़वाया गया।