वहीं मुख्यमंत्री ने इस हमले में डीआरजी के चार पुलिस कर्मियों की शहादत पर गहरा दु:ख व्यक्त किया है। हमले में दो उप निरीक्षक और दो जवान शहीद हुए हैं। उन्होंने शहीदों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की है। मुख्यमंत्री ने घायल जवानों के जल्द स्वास्थ्य लाभ की कामना की है और सभी संबंधित अधिकारियों से कहा है कि घायलों का बेहतर से बेहतर इलाज करवाया जाए।
इससे पहले नारायणपुर में बुधवार को हुए नक्सल हमले के बाद घायल जवानों को रायपुर लाया गया है। 9 घायल जवानों को रामकृष्ण हॉस्पिटल में इलाज के लिए भर्ती किया गया है। अस्पताल में घायलों को लाए जाने के बाद डीजीपी एएन उपाध्याय, डीजी नक्सल ऑपरेशन डीएम अवस्थी, आईजी प्रदीप गुप्ता, डीआईजी आनंद छाबड़ा, एसपी अमरेश मिश्रा सहित और कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी घायल जवानों का हालचाल जानने पहुंचे। बताया जा रहा है कि अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती जवानों में तीन जवानों की स्थिति नाजुक बनी हुई है।
सर्चिंग ऑपरेशन के लिए निकले थे जवान
बीती रात से डीआरजी और डीएफ की संयुक्त टीम इरपानार के जंगल में सर्चिंग ऑपरेशन के लिए निकली हुई थी। सर्चिंग के दौरान आज अचानक नक्सलियों ने जवानों पर पीठ पीछे हमला बोल दिया। हमले में 4 जवान शहीद हो गए और 11 जवान घायल हो गए हैं। घायल जवानों में 9 जवानों को राजधानी के रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल लाया गया है, जहां सभी जवानों का इलाज जारी है। वहीं दूसरी ओर मुठभेड़ में कितने नक्सली मारे गए हैं फिलहाल इसकी जानकारी अब तक नहीं मिल सकी है।
ये हैं घायल जवान
संजय पटेल, आरक्षक
घसिया राम, आरक्षक, डीआरजी
आर. मोहित, आरक्षक
संतोष कुमार दुग्गा, आरक्षक
बृजेश कुमार, आरक्षक, एसटीएफ
नंदकुमार लकड़ा, आरक्षक
रोहित बेसरा, आरक्षक
जागेंद्र उइके, आरक्षक
गोवर्धन कुंजाम, आरक्षक