दो प्रॉब्लम पर काम
कॉपर मास्क में 4 घंटे से ज्यादा नहीं रहता वायरस
कॉपर ही एकमात्र एेसी चीज है जिसमें कोविड-19 वायरस सिर्फ 4 घंटे तक रुकता है। जबकि अन्य में 12 से 36 घंटे तक रुकता है। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि मास्क वही पहनें जो बीमार हैं। यूरोप या जर्मनी में सिर्फ बीमार लोग ही पहन रहे हैं। क्योंकि कोरोना हवा से नहीं फैल रहा। हाथ से किसी चीज को टच करने या हाथ को मुंह तक ले जाने पर कोरोना होगा।
भारत में फिजिकल डिस्टेंस जरूरी
यहां 28 हजार वेंटिलेटर है तो 2 लाख 85 हजार केसेस होने के बाद वेंटिलेटर की कमी होगी। यहां सिस्टम ठीकठाक है तो वे लोगों को बचाने में सफल हो रहे हैं लेकिन भारत में स्थिति एेसी नहीं है। वहां हर एक हजार लोगों पर 0.8 डॉक्टर्स हैं। जर्मनी में हर हजार लोगों के पीछे 8 डॉक्टर और 8 बेड हैं। एेसे में भारत में रह रहे लोगों के लिए जरूरी है कि वे सोशल डिस्टेंटिंग का इस्तेमाल करें। मैं यही कहूंगा कि फिजिकल डिस्टेंस ही हमें बचा सकता है। सरकार जो भी डिसीजन ले रही है उसे फॉलो करें। घर पर रहें। चूंकि यह वायरस 50 से ज्यादा उम्र के लोगों जल्दी अटैक करता है इसलिए उनका ख्याल रखें। अगर छत्तीसगढ़ सरकार मैन्युफैक्चरिंग के लिए कहे तो हम तैयार हैं।