संघ के अध्यक्ष चंदर विधानी ने बताया कि जीएसटी की दरें 5 से बढ़ाकर 12 फीसदी करने से महंगाई आएगी। रोटी, कपड़ा, मकान ये तीनों आवश्यक वस्तुओं में शामिल हैं, लिहाजा अमीर से लेकर गरीब के लिए यह महत्वपूर्ण हैं। केंद्र सरकार को इस मामले में फिर से पुर्नविचार करने की आवश्यकता है। जीएसटी की दरें 5 फीसदी ही होनी चाहिए।
जीएसटी की दरों के खिलाफ रायपुर थोक कपड़ा व्यापारी संघ ने सोशल मीडिया के माध्यम से प्रधानमंत्री सहित मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, वाणिज्यकर मंत्री टीएस सिंहदेव आदि को इस मामले से अवगत कराया है। थोक कारोबारियों ने कहा कि इस मामले को लेकर चैंबर ऑफ कॉमर्स और कैट छत्तीसगढ़ व राष्ट्रीय पदाधिकारियों को अवगत कराया गया है।
1500 का कपड़ा अब 1680 रुपए में
जीएसटी 12 फीसदी होने से नए साल से 1500 रुपए का कपड़ा अब 1680 रुपए होगा। 5 फीसदी के स्थान पर अभी 1500 रुपए के कपड़े में 75 रुपए ही जीएसटी लग रहा है। 1575 के स्थान पर अब ग्राहकों को 12 फीसदी जीएसटी के स्थान पर 105 रुपए अधिक कीमत चुकानी होगी