– सरकार के कुशासन और कुनीतियों ने फिर एक किसान की जान ले ली। संवेदनहीन सरकार अब किसान को नशेड़ी बताने पर तुली है। किसान पुत्र होने का स्वांग रचने वालों को शर्म भी नहीं आती। सरकार के पापों का घड़ा भर गया है। अब किसान न्याय करेंगे।
डॉ. रमन सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री
किसानों को लेकर एक शब्द बोलने का नैतिक अधिकार रमन सिंह को नहीं है। किसान देश की राजधानी को घेरे हुए हैं। इस पर रमन सिंह ट्वीट नहीं करते। किसानों पर लाठियों की बौछार पर रमन सिंह का क्या कहना है? छत्तीसगढ़ के किसानों का 90 लाख मीट्रिक टन धान हम खरीद रहे हैं। इसमें रमन को इतनी तकलीफ क्यों हो रही है?
रविन्द्र चौबे, कृषि मंत्री
कोंडागांव किसान आत्महत्या के कारणों का पता लाने के लिए जकांछ ने जांच दल का गठन किया है। यह जांच दल तीन दिन में कारणों का पता लगाकर अपनी रिपोर्ट राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. रेणु जोगी को सौंपेगा। जांच दल में नरेंद्र नेताम, तौशिफ जहां, सोनसाय कश्यप, भरत कश्यप, अमित पांडेय, नवनीत चांद, ज्ञानप्रकाश कोर्राम, मोहन मानिकपुरी और निर्मल दीवान शामिल हैं।
अमित जोगी, प्रदेश अध्यक्ष, जकांछ