गुरुवार की दोपहर 12 बजे रूपा धीवर (21)अपनी बड़ी बहन हेमलता धीवर के साथ दवा लेने के लिए बेलसोंडा के पंचायत कॉम्प्लेक्स के मेडिकल स्टोर्स गई थी। दवा लेकर दोनों बहनें घर लौट रहीं थी। उसी समय काले रंग की मोटरसाइकिल में घोड़ारी का चंद्रशेखर परमार (22) अपने दो साथियों के साथ बेलसोंडा के सुंदरनगर की गली में खड़ा था। दोनों बहनों को आते देख चंद्रशेखर परमार अपने साथियों के साथ पास से गुजरा। बाइक से उतरकर चंद्रशेखर ने रूपा को पकड़ लिया। देसी कट्टा निकाला और कनपट्टी पर अड़ा दिया। रूपा की बड़ी बहन हेमलता धीवर ने बीच-बचाव करने की कोशिश की।
इसी बीच चंद्रशेखर ने रूपा की कनपट्टी पर गोली मार दी। फिर वह अपने दोस्तों के साथ घटना स्थल से फरार हो गया। इधर, रूपा धीवर खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर गई। रूपा की बहन की चीख-पुकार सुनकर आस-पास के लोग जमा हो गए। आनन-फानन में परिजन रूपा को लेकर जिला अस्पताल के लिए निकले। अस्पताल पहुंचने के पहले ही उसकी मौत हो गई। घटना के बाद परिवार में मातम पसर गया। पुलिस भी सूचना पाकर मृतका के घर पहुंची और घटना के संबंध में पूछताछ की। पुलिस ने मृतका रूपा के पिता की शिकायत पर कोतवाली थाने में तीन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इस मामले में पुलिस ने दो अन्य आरोपियों भरत लाल निषाद और गोपाल यादव को मुढेना गांव से घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया है।
दस माह पहले मार चुका था चाकू
पुलिस ने बताया कि आरोपी ने दस माह पहले भी मृतका को चाकू मारा था। बताया जाता है कि दोनों में प्रेम-प्रसंग चल रहा था। पिछले कुछ महीनों से दोनों में बातचीत नहीं थी।
दिल्ली से लाया था कट्टा
मुख्य आरोपी चंद्रशेखर परमार दिल्ली या मेरठ से कट्टा खरीदकर लाया था। उसने घटना को अंजाम देने के लिए पूर्व से ही प्लानिंग कर रखी थी। चंद्रशेखर ने अपने दोस्त भरत निषाद की बाइक से घटना को अंजाम देने के लिए बेलसोंडा के सुंदरनगर पहुंचा था।
प्रेम-प्रसंग का मामला
एडिशनल एसपी मेघा टेम्भुरकर ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला प्रेम-प्रसंग का लग रहा है। चंद्रशेखर परमार ने रूपा धीवर को गोली मार दी। अस्पताल पहुंचने के पहले ही कॉलेज छात्रा की मौत हो गई। मुख्य आरोपी पेशे से ड्राइवर है। मृतका रूपा धीवर बीएड की छात्रा थी।