उप मुख्यमंत्री की संभावनाओं पर भी चर्चा
मुख्यमंत्री पद के दावेदारों की भीड़ को देखते हुए कांग्रेस उप मुख्यमंत्री का फॉर्मूला भी निकाल सकती है। कई विधायकों ने बातचीत में बताया कि ऐसा हो सकता है। संभावना जताई जा रही है कि अगर ऐसा होता है तो वरिष्ठ आदिवासी नेता रामपुकार सिंह, कवासी लखमा, अमरजीत भगत अथवा मुख्यमंत्री की रेस में आगे चल रहे किसी नेता को यह जिम्मेदारी दी जा सकती है।
जोश के आगे उखड़ गई व्यवस्था
विधायक दल की बैठक शुरू होने से पहले ही हॉटल के भीतर और बाहर हजारो कार्यकर्ताओं की भीड़ इकटठा हो चुकी थी। कार्यकर्ता नेताओं का नाम लेकर नारेबाजी कर रहे थे। मल्लिकार्जुन खडग़े की गाड़ी हॉटल के पोर्च में पहुंचते ही जोश चरम पर पहुंच गया। उनके भीतर जाते-जाते कांच का दरवाजा टूट गया। लोगों को चोट से बचाने के लिए हॉटल कर्मचारियोंं और पुलिस कर्मियों को खासी मशक्कत करनी पड़ी।
लीजिए….तीसरे दावेदार भी आ गए
कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन के बाहर पहुंचते ही प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल और नेता प्रतिपक्ष रहे टीएस सिंहदेव को कार्यकर्ताओं ने स्वागत के लिए घेर लिया। संवाददाताओं ने भी दोनों को घेरा। सवाल था, मुख्यमंत्री कौन होगा। भूपेश और टीएस ने कहा, पार्टी को बहुमत दिलाना उनका काम था, उन्होंने कर दिया। राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को ही तय करना है कि मुख्यमंत्री कौन होगा। इस बीच पहले से भी राजीव भवन पहुंच चुके पूर्व केंद्रीय मंत्री चरणदास महंत भी भीड़ को चीरते हुए भूपेश और टीएस सिंहदेव के बीच आ गए। उनको जगह देते हुए सिंहदेव ने कहा, लीजिए तीसरे दावेदार भी आ गए।
वाह रे पुलिस, बदल ही गए
विधायक दल की बैठक के लिए पहुंची मल्लिकार्जुन खडग़े की गाड़ी स्वागत के लिए आतुर कार्यकर्ताओं की भीड़ से निकालने के लिए राजधानी पुलिस काफी मुस्तैद दिखी। आगे-आगे लंबी कद-काठी के सीएसपी प्रफुल्ल ठाकुर उनकी राह बनाने के लिए आगे रहे।