नपा में कब्जा जमाने एक वोट भी नहीं जुगाड़ पाई भाजपा
भाटापारा. भाटापारा नगर पालिका में कुल 31 पार्षद हैं, जिसमें से पार्षद भाजपा से जीते थे और 13 पार्षद कांग्रेस के। जबकि चार पार्षद निर्दलीय चुनकर आए थे। भाजपा से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़े पार्षद को भाजपा ने पार्टी में शामिल कर लिया था, इस तरह भाजपा के कुल 15 पार्षद हो गए। नगर पालिका में अपना अध्यक्ष बनाने के लिए भाजपा के मात्र एक वोट की जरूरत थी। भाजपा एक वोट का जुगाड़ करना तो दूर उल्टे एक वोट और खिसक गया। याने की अध्यक्ष के लिए पड़े मत में भाजपा को 15 में से 14 मत ही मिले। जबकि एक मत अध्यक्ष के चुनाव में निरस्त हुआ। नगर में अब इस बात की चर्चा जोरों पर है कि भाजपा के दिग्गज नेता के रहते पार्टी एक वोट तो जुगाड़ नहीं पाई, उल्टे जो जुटे थे उसमें से भी एक वोट भी जाता रहा।
वहीं उपाध्यक्ष के लिए हुए चुनाव में भी भाजपा को 14 मत प्राप्त हुए। इस प्रकार अध्यक्ष-उपाध्यक्ष दोनों चुनाव में भाजपा को 14 मत प्राप्त हुए। भाजपा इस मंथन में जुटी है कि आखिर वह किसका वोट है जो भारतीय जनता पार्टी के खाते में नहीं आया।
शिवरतन शर्मा, भाजपा विधायक, भाटापारा
सतीश अग्रवाल, कांग्रेस के प्रदेश प्रतिनिधि व वरिष्ठ नेता