उल्लेखनीय है कि पुलिस 30 नवंबर को श्रेयांश झाबक और विकास बंछोर को ड्रग्स बेचते हुए गिरफ्तार किया था। इसके बाद पूरे रैकेट का खुलासा हुआ। पुलिस सूत्रों के मुताबिक रायपुर के जिन लोगों का कोकिन पैडलर्स के रैकेट में नाम आया है, वो प्रभावशाली परिवारों से जुड़े हैं। इस कारण उनकी गिरफ्तारी से पहले पुलिस हर तरह से साक्ष्यों का संकलन कर रही है। पुलिस की टेक्नीकल जांच में उन लोगों का नाम आने के बाद उनकी कभी भी गिरफ्तारी की जा सकती है।