रोजाना इतने संक्रमित मिल रहे हैं। मगर बावजूद इसके लोग बाजारों में जाना नहीं छोड़ रहे, खरीदारी करना नहीं छोड़ रहे, सड़क किनारे लगने वाले ठेलों में खड़े होकर खाना नहीं छोड़ रहे और तो और चौराहों पर जमा होना नहीं छोड़ रहे। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना भूल गए हैं। हाथ धोना भूल गए हैं। मॉस्क लगाना कम कर दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि आवाजाही, यात्रा, भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में जाने से यह स्थिति बनी है। डॉ. अखिलेश त्रिपाठी, उप संचालक एवं प्रवक्ता, स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि उरला के मरीज पूर्व में कोरोना संक्रमित मृतक के प्राइमरी कांटेक्ट वाले हैं, जो ट्रेसिंग के दौरान मिले हैं। सभी मरीजों को अस्पताल में शिफ्ट करवा दिया गया है।