एक दिन में एक महिला 50 से 150 राखियां बना लेती हैं
जिला पंचायत की प्रेरणा से क्लस्टर की अध्यक्षा देवन्तीन नेताम और प्रीती सोनी ने राखी बनाने के काम में रूचि लेने वाले समूहों को संगठित किया। राखी बनने के लिए कच्चा माल राजधानी रायपुर से मंगवाया गया। इसके बाद लगातार 5 दिनो दिनों की मेहनत से महिलाओं ने दर्जनों राखियां बना ली। हर महिला प्रतिदिन 50 से लेकर 150 तक राखी तैयार कर लेती है। इस काम के लिए उन्हें राखी के मूल्य एवं डिजाइन के अनुसार राशि प्राप्त होती है। जिला मिशन प्रबंधक श्री विनय सिंह ने बताया कि महिला समूहों द्वारा राखियों के फुटकर विक्रय के लिए विश्रामपुरी में मुख्य मार्ग पर केनोपी लगाकर राखियों का विक्रय किया जा रहा है। यहां प्रतिदिन समूह की दो महिलायें राखी का विक्रय करती हैं।