48 घंटे के बाद सोमवार शाम आई रिपोर्ट ने पूरे महकमे का पसीना छूटा दिया। जी, हां 50 सैंपल में 22 पॉजिटिव पाए गए हैं, सोचिए न जाने इन्होंने कितनों को संक्रमण बांटा होगा। इसलिए कहा जा रहा है कि कोरोना 2.0, पहली लहर से ज्यादा खतरनाक साबित होगा। उधर, रविभवन में रेंडम जांच करने टीम खाली हाथ लौटी, क्योंकि व्यापारियों ने सैंपलिंग से इंनकार दिया। जांच में सहयोग नहीं किया। जबकि शनिवार को यहां रेंडम जांच में एक दुकानदार संक्रमित पाया गया था।
अब इन सभी पॉजिटिव लोगों के संपर्क में आए परिजनों, दुकान के स्टाफ और अन्य लोगों की कांटेक्ट ट्रेसिंग की जा रही है। हालांकि यह थोक मंडी है। पूरे प्रदेश से व्यापारी यहां अनाज लेने पहुंचते हैं। इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने अपील जारी की है कि जो लोग अनाज मंडी में खरीददारी करने आए थे, वे सतर्कता बरतें। उधर, हर दिन स्वास्थ्य विभाग के साथ अन्य विभागों की संयुक्त टीमें बाजारों, मंडियों और भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों जांच करने उतरेंगी।
आशंका 100 प्रतिशत सही साबित हो रही
‘पत्रिका’ ने विशेषज्ञों के हवाले से यह बताया था कि दिवाली में जिस तरह से लोग बाजारों में टूटे, वह कोरोना को न्यौता है। परिणाम 20-22 नवंबर से सामने आएंगे। अब यह आशंका सही साबित हो रही है। इसके लिए जितने जिम्मेदार शासन-प्रशासन है, ठीक उतने ही हम। शासन प्रशासन ने बाजार को खुला छोड़ दिया और हमने-आपने जानबूझकर लापरवाही बरती। खरीददारी करते वक्त न दुकानदारों ने मास्क लगाए न खरीददारों ने। सोशल डिस्टेसिंग की ऐसी धज्जियां उड़ाई गईं कि मानो कोई महामारी थी ही नहीं।
एयरपोर्ट अथॉरिटी ने मांगी एसओपी
मुख्यमंत्री के निर्देश पर सोमवार को रायपुर सीएमएचओ कार्यालय से स्वास्थ्य टीम फ्लाइट से आने वाले यात्रियों की स्क्रीङ्क्षनग के लिए एयरपोर्ट पहुंची। मगर, एयरपोर्ट अथॉरिटी ने स्टैंडर्ड ऑपरेटिव प्रोटोकॉल (एसओपी) मांगी। जिसके बाद टीम लौट आई, जल्द एसओपी भेजी जाएगी। उधर, टोल प्लाजा में भी सोमवार से ही कोरोना जांच शुरू होनी थी, मगर व्यवस्था न होने की वजह से एक-दो दिन के अंदर शुरू होने की बात सीएमएचओ ने कही है।
मेरा सबसे अनुरोध है कि जरा भी लक्षण दिखाई दे तो तत्काल कोरोना जांच करवाएं। घरों से तभी निकलें जब जरुरत हो।जांच में हम सहयोग दें।
-डॉ. मीरा बघेल, सीएमएचओ, रायपुर