विशेषज्ञों का कहना है कि रायपुर में कम्युनिटी स्प्रेड का खतरा मंडराने लगा है। यदि कोरोना संक्रमित मरीजों का ग्राफ ऐसे ही बढ़ता रहा तो जुलाई में ही एक हजार के करीब कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा पहुंच जाएगा। जुलाई में अब तक 502 मरीज मिल चुके हैं। जिले में सोमवार तक 824 कोरोना संक्रमित थे, जिसमें 385 डिस्चार्ज होकर अपने घर लौट चुके हैं।
रायपुर में रविवार को 99 तथा सोमवार को 87 मरीज मिले थे, जो प्रदेश के बीजापुर, सुकमा, कोंडगांव, गौरेला पेंड्रा मारवाही, धमतरी, सूरजपुर, गरियाबंद और दंतवाड़ा में अब तक मिले मरीजों के लगभग बराबर है। प्रदेश में पहला कोरोना संक्रमित मरीज रायपुर में ही 18 मार्च को मिला था। 1 जून तक इनकी संख्या 18 थी, जो 18 जून को 183 पहुंच गई। अभी भी मरीजों के मिलने का सिलसिला तीव्र गति से जारी है।
प्राइमरी कॉन्टेक्ट वाले अधिक
जुलाई में सबसे अधिक प्राइमरी कॉन्टेक्ट और बिना लक्षणों वाले कोरोना संक्रमित मिले हैं। विगत १३ दिनों में ही 150 से ज्यादा प्राइमरी कॉन्टेक्ट के मरीज मिले हैं, इसमें बीरगांव के अधिक है। शुरुआती दौर में हाईरिस्क वाले ज्यादा संक्रमित मिल रहे थे। एम्स के पूर्व अधीक्षक डॉ. करन पीपरे का कहना है कि यदि किसी कोरोना संक्रमित मरीज को लक्षण नहीं है तो उससे परिजनों या साथ रहने वाले को संक्रमण का खतरा लक्षण वाले मरीज की तुलना में अधिक रहता है। वायरस शुरुआती दौर में आसानी से उन लोगों को भी चपेट में ले लेता है। उनका कहना है कि कोरोना की अभी कोई दवा या इंजेक्शन नही बनी है। सरकारी की गाइडलाइन का पालन करके ही संक्रमण से बचा जा सकता है।
लोग बरत रहे लापरवाही
रायपुर जिले में अधिक कोरोना संक्रमित मरीज मिलने की वजह लोगों की लापरवाही सामने आ रही है। स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना से बचाव के लिए गाइडलाइन जारी कर जुर्माना भी तय किया है, इसके बावजूद लोग बेखौफ होकर खुलेआम बिना मास्क के घुम रहे हैं। गाइडलाइन में मास्क लगाना, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना, बार-बार हाथ धोना, बेवजह घर से बाहर न निकला आदि उल्लेखित है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि राजधानी की सड़कों पर निकल जाएं तो बिना मास्क के सैकड़ों लोग दिख जाएंगे। बाजारों में लोग सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा रहे हैं। यदि लोग जागरूक नहीं होंगे तो स्थित इससे ज्यादा खतरनाक हो सकती है।
कोरोना संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए स्वास्थ्य अमला जुटा हुआ है। भीड़भाड़ वाले जगहों पर रैंडम जांच भी किया जा रहा है। लोगों को भी जागरूक होना होगा। सरकार ने जो गाइडलाइन तय किया है, उसका पालन करके संक्रमण से बचा जा सकता है।
-डॉ. मीरा बघेल, सीएमएचओ, रायपुर
जुलाई में मिले मरीज
1 जुलाई-31, 2 जुलाई-17, 3 जुलाई-7, 4 जुलाई-35, 5 जुलाई-15, 6 जुलाई-19, 7 जुलाई-46, 8 जुलाई- 20, 9 जुलाई-56, 10 जुलाई-34, 11 जुलाई-36, 12 जुलाई-99, 13 जुलाई-87