उपरोक्त बातें भाजपा विधायक शिवरतन शर्मा ने कही है। शर्मा ने आगे कहा कि भूख और लॉकडाउन के तिराहे में खड़े मजदूर सरकार से मदद की उम्मीद लगाए बैठे हैं। केंद्र की मोदी सरकार ने प्रवासी मजदूरों के उचित रहने खाने एवं उनकी राज्य वापसी की व्यवस्था करने समस्त राज्यों को निर्देशित किया है।
इसके उपरांत भी छत्तीसगढ़ की सरकार उन मजदूरों के आने की कोई व्यवस्था नहीं करती दिख रही है। मजदूर हजारों किलोमीटर की पैदल यात्रा करने मजबूर विवश नजर आ रहे हैं। कड़ी धूप की यात्रा के चलते कई मजदूर जान से भी हाथ गंवा बैठे हैं, लेकिन निर्दयी सरकार की आंखे धृतराष्ट्र की तरह खुलने का नाम ही नहीं ले रही है। इस विषम संकट को देखते हुए भाटापारा विधायक एवं प्रवक्ता भारतीय जनता पार्टी छत्तीसगढ़ शिवरतन शर्मा ने अपने विधानसभा क्षेत्र एवं समस्त राज्य से पलायन किए हुए मजदूरों की वापसी की चिंता करते हुए विधानसभा कोविड-19 हेल्पडेस्क एवं जिला कलेक्टर कार्यालय में ऐसे लोगों की समस्त जानकारी फोन नंबर सहित उपलब्ध कराई है।
शासन को भेजी मजदूरों की सूची व जानकारी :
शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि 1200 मजदूरों की सूची एवं उनकी समस्त जानकारी शासन को भेजी है, इसमें करीब 11 राज्यों में क्षेत्र के मजदूरों की जानकारी है। मध्यप्रदेश 50, उत्तरप्रदेश 80, महाराष्ट्र 750, गुजरात 10, दिल्ली 15, गोवा 5, आंध्रप्रदेश 65, कर्नाटक 15 शामिल है।
विधायक ने आगाह करते हुए राज्य भर में पलायन किए गए मजदूरों की जानकारी लेने के लिए ग्रामों में मुनादी कराने की मांग की है। इससे प्रदेश सरकार के पास पलायन के मजदूरों की जानकारी उपलब्ध हो सके और उनकी घर वापसी की राह आसान हो।