9वीं, 10वीं, 11वीं और 12वीं की कक्षाओं के लिए शिक्षकों के 14580 पदों पर नियुक्ति के आदेश जारी
इसके बाद समिति प्रबंधक ने आनन फानन में एक अन्य किसान योगेश गुप्ता के टोकन पर विजय निषाद के धान का तौल करवा दिया। इसके बाद रेकॉर्ड में विजय निषाद का नाम जोड़ दिया गया। जब धान की रकम देने की बात आई तो समिति ने दो किस्तों में 44,900 रुपए दिए, लेकिन इसमें से 22204 कर्ज की राशि काट ली।
विजय ने बताया, अपने आपको जिंदा साबित करने के लिए मैं 2 महीने से सोसायटी के चक्कर काट रहा था। मुझे दो किस्तों में सोसाइटी प्रबंधक ने धान बेचने की राशि दी। मैने 22204 रुपए सोसाइटी से कर्ज लिया था। उसे भी गुरुवार को पूरा जमा कर दिया हुं। अब मुझें चिंता इस बात की है, धान का जो बोनस शासन द्वारा मिलता है,वह मुझे मिलेगा कि नही। क्योंकि धान को मैने दूसरे के टोकन से बेचा है, तो उसी के खाते में बोनस का पैसा आएगा।
बेटी को डॉक्टर बनाने महिला ने गूगल में कंसलटेंसी का पता लगाने किया सर्च तो हुई 8 लाख की ठगी का शिकार सहकारी समिति आरंग के प्रबंधक संतोष साहू ने कहा, हमने दस्तावेज में विजय निषाद का नाम जोड़ दिया है। उसका पूरा पैसा हमने भुगतान दो किस्तों में किया है। साथ ही हमने योगेश गुप्ता से कहा है, बोनस का पैसा जैसे-जैसे उनके खाते में आएगा, वह विजय निषाद को देगा।