जिला पंचायत सदस्य शर्मा ने बताया कि भोरमदेव सहकारी शक्कर कारखाना को गन्ना उपलब्ध करवाने वाले क्षेत्र में 12 हजार 77 किसानों को 57 करोड़ 2 लाख रुपए दिया जाना महीनों से शेष है। साथ ही सरदार वल्लभ भाई पटेल शक्कर कारखाना में 7640 किसानों को 25 करोड़ रुपए की राशि का भुगतान किया जाना शेष है। विशेष बात ये है कि ये समर्थन मूल्य 261.25 रुपए प्रति क्विंटल की राशि है।बीमा राशि का भी भुगतान नहींरबी वर्ष 2019-20 में अधिसूचित फसलों के लिए अनुकूल मौसम नहीं रहा। जिले में अधिकतर क्षेत्रों में फसल क्षति का आंकलन कर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया, जिसके आधार पर कुल 28 हजार 166 कृषकों को 78 करोड़ 59 लाख रुपए बीमा दावा भुगतान जारी किया, लेकिन बड़ी संख्या में किसानों के खातों में राशि नहीं पहुंची है।क्लेम राशि के लिए घुमाया जा रहाकिसानों ने बीमा के लिए जो निर्धारित राशि होती है उसे तुरंत जमा कर दी जाती है, लेकिन जब बीमा क्लेम राशि भुगतान की बारी आती है तो किसानों को घुमाया जाता है। अभी सैकड़ों किसान चक्कर काट रहे हैं किसी आधार कार्ड की कमी, तो नंबर का मिलान नहीं, किसी का रकबा सही मिलान नहीं हो रहा जैसे कई समस्याएं बताई जा रही है। [typography_font:14pt;” >कवर्धा. 21 गांव के किसानों ने अपने गांव में चना के क्षतिपूर्ति राशि और गन्ना के मूल राशि के लिए सरकार के खिलाफ सांकेतिक धरना दिया। ग्राम छिरहा, जुनवानी, नवागांव, बाघुटोला, भागूटोला, घुघरी सहित 21 ग्रामों के किसान प्रतिनिधियों ने गुरुवार की दोपहर को एसडीएम कार्यालय से कलेक्टर कार्यालय तक मानव श्रृंखला बनाकर प्रदर्शन किया। बरसते पानी में किसानों ने अपनी मांगों को लेकर क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य और भाजयुमो के प्रदेश अध्यक्ष विजय शर्मा के साथ तहसीलदार कवर्धा को मांग पत्र ज्ञापन सौंपा। प्रदर्शन के दौरान किसानों ने बताया कि दिसम्बर 2019 से अप्रेल 2020 तक हुए बारिश और ओला वृष्टि से जिले के 1 लाख 10 हजार से अधिक कृषक प्रभावित हुए। फसल राशि मुआवजा के लिए राजस्व पुस्तक परिपत्र 6(4) के अन्तर्गत 80 करोड़ का मुआवजा प्रकरण महीनों पहले शासन को प्रेषित है जिसमें से एक लाख से अधिक कृषकों को एक रुपए भी मुआवजा प्राप्त नहीं है। जिला प्रशासन ने छग शासन को अनेक पत्र शेष 72 करोड़ के लिए लिखा है परन्तु राशि अब भी अप्राप्त है।सीएम के नाम ज्ञापन सौंपागन्ना के भुगतान और रबि फसल-2019 क्षति मुआवजा के उपरोक्त मांगों को लेकर अनेक बार जिला प्रशासन के माध्यम से ध्यानाकर्षण किया गया है परन्तु किसान अब तक अपने अधिकार से वंचित है। जिसके लिए किसानों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम एसडीएम कवर्धा को ज्ञापन दिया।