कई बार ऐसा होता है कि लोग एक लाइसेंस रद्द होने पर या सस्पेंड होने पर दूसरा लाइसेंस बनवा लेते हैं। एक से अधिक ड्राइविंग लाइसेंस फर्जी पहचान को भी बढ़ावा देते हैं। सरकार यह फैसला एक ही व्यक्ति के नाम पर कई लाइसेंस को खत्म करना चाहती है। केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के मुताबिक इस कदम का उद्देश्य डुप्लीकेट लाइसेंस लेने वाले ऐसे लोगों पर शिकंजा कसना है, जो शराब पीकर गाडिय़ां चलाते हैं। इसके चलते दुर्घटनाएं होती हैं और लोगों के हताहत होने के मामले सामने आते हैं।
केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि आधार और ड्राइविंग लाइसेंस को लिंक करने की योजना पर जल्द ही फैसला लिया जा सकता है। अगर ड्राइविंग लाइसेंस को आधार कार्ड से जोड़ दिया जाता है, तो इससे डुप्लीकेट लाइसेंस की संख्या पर लगाम कसने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि आधार डिजिटल आइडेंटिटी है। विदित हो कि केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने इससे पहले भी मई में ड्राइविंग लाइसेंस को आधार कार्ड से जोडऩे की बात कही थी।
सरकार ने इससे पहले पैनकार्ड, बैंक खाते और मोबाइल नंबर को आधार से लिंक करना अनिवार्य कर दिया है। पैनकार्ड को यदि आपने आधार से लिंक नहीं कराया तो आईटीआर फाइल करने में प्राब्लम होगी। इसी तरह बैंक खातों में भी आधार नंबर देना जरूरी कर दिया गया है। वहीं, मोबाइल नंबर को भी आधार से लिंक कराना जरूरी है। वर्ष 2018 के फरवरी माह से पहले तक मोबाइल नंबर को आधार से लिंग कराना अनिवार्य है। अगर आपने ऐसा नहीं कराया तो आपका मोबाइल नंबर डिएक्टिवेट कर दिया जाएगा।