ज्यादा टेंशन लेने से माइंड का संतुलन बिगड़ेगा, जिससे पेपर का खराब जाना भी स्वाभाविक है। एक हद तक फिक्र जरूरी है जिससे आप पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित होते हैं लेकिन जरूरत से ज्यादा चिंता आपके प्रदर्शन को प्रभावित करेगी। कुछ चीजें जिसे ध्यान में रखना चाहिए जैसे कि एग्जाम हॉल में जाकर दूसरों की बातें न सुनें, उनसे खुद को मत आंकिए कि अपन कमजोर हैं।
वे बोलते हैं लेकिन कर नहीं पाएंगे और नुकसान तो आपका हो चुका होगा। दूसरी बात ये कि जिस समय आप परीक्षा हॉल में जाएंगे, तब तक पता होना चाहिए आप कहां बैठते हैं। हॉल टिकट रखा कि नहीं। ये छोटी मगर मोटी बाते हैं। जिस तरह ज्यादा खाने से बदहजमी होती है ठीक वैसे ही बहुत ज्यादा पढऩा भी माइंड के लिए अच्छा नहीं। पढ़ाई के बीच म्यूजिक सुनना या दोस्तों से बात करना चाहिए।