फिलहाल एक सप्ताह से गंगरेल बांध छोड़कर हाथी गरियाबंद के सीमा के आसपास है। ये हाथियों का दल फरवरी ,मार्च अप्रेल व मई में हाथियों का दल महासमुंद ,धमतरी ,गरियाबंद जिले के साथ रायपुर जिले के रिहायसी क्षेत्र में विचरण कर रहे थे। जिसमें बारदल के 23 हाथियों के दल में 20 धमतरी जिले के गंगरेल बांध के टापू में है। वही 3 हाथी केशवा ,राधे व गोविंदा महासुंद के तालझर,सुकुलवाय,खेरसाली व केसराडीह में विचरण कर रहे है। धमतरी जिले में 16 जून की सुबह इसी दल के हाथी का बच्चा का मौत हुआ था।
हाथियों की सुरक्षा
मानसुन आते ही प्रदेश में वनांचल के किसान फसल के पैदावार बढ़ाने के लिए कीटनाशक का चिड़काव के साथ वन्यप्राणी के बचाव के लिए फेसिंग तार में करंट भी लगा देते है। जिसके चपेट में कई जंगली जानवर आ जाते है। अभी हाल में सरगुजा क्षेत्र में हाथियों की मौत करंट और कीटनाशक से हुई है।