हर सवाल का दिया जवाब
जीपी के अधिवक्ता ने बताया कि विवेचना अधिकारी को हर सवाल का जवाब दिया गया है। साथ ही किसी भी तरह का संदेह और असमंजस होने परफोन करने बुलवाने की बात कही गई। बता दें कि छापेमारी के बाद जीपी सिंह के लापता होने के बाद पूछताछ के लिए उपस्थिति दर्ज कराने दो नोटिस जारी की गई थी। पहली नोटिस में कोरोना संक्रमण के कारण नहीं आने का हवाला दिया गया था। वहीं दूसरी बार जारी की गई नोटिस में 1 सितंबर को उपस्थित होने को कहा गया था। सुप्रीम कोर्ट से गिरफ्तारी पर रोक लगाने के बाद अपने अधिवक्ता के साथ पहुंचे थे।
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कोतवाली थाने को लिखा पत्र
राजद्रोह मामले में पूछताछ के लिए उपस्थिति दर्ज कराने कोतवाली थाने को जीपी सिंह की ओर से पत्र लिखा गया है। इसमें जांच में सहयोग करने और सूचना भेजने पर तुरंत स्वयं ही थाने आने की बात लिखी गई है। इसे 2 सितंबर को कोतवाली थाना में अधिवक्ता कमलेश पांडेय द्वारा जमा कराया जाएगा।
मीडिया से दूरी बनाई
जीपी सिंह सुबह करीब 11.30 बजे अपने अधिवक्ता की कार में सीधे ईओडब्ल्यू कार्यालय के भीतर प्रवेश किया। सफेद रंग की शर्ट और ब्लैक कलर की पेंट पहने हुए जीपी सिंह मास्क लगाकर पहुंचे थे। उनके आने के वह ईओडब्ल्यू के प्रमुख शेख आरिफ हुसैन और कर्मचारियों से मुलाकात करने के बाद विवेचना अधिकारी के कक्ष में सीधे पहुंचे।
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हाथ में पट्टी बांधकर पहुंचे
ईओडब्ल्यू कार्यालय पहुंचे जीपी सिंह के हाथ में पट्टी और क्रैप बैंडेज बंधा हुआ था। बताया जाता है कि बीमार होने के कारण उन्हें ड्रीप लगाई गई थी। वहीं हाथ में हल्का फैक्चर और मोच होने के कारण वह हाथों में पटटी लगाकर पहुंचे थे।