इससे 18 फीसदी से ज्यादा राजस्व में बढ़ोतरी हुई थी। कोरोना संक्रमण के कारण देशभर में लॉकडाउन की घोषणा के साथ ही 21 मार्च से सभी रजिस्ट्री कार्यालयों को भी बंद कर दिया गया था। तब 42 दिन तक रजिस्ट्री कार्यालय बंद रही। इसके कारण इस बीच एक भी रजिस्ट्री नहीं हुई।
जमीन और मकान निवेश के लिहाज से सबसे सुरक्षित माना जाता है। अधिकतर नौकरीपेशा व सीमित आय वाले लोग जमीन और मकान में ही निवेश करना पसंद करते हैं। री-सेल में जमीन और मकान से अच्छी कीमत भी मिल जाती है।
अशोक अग्रवाल, नोटरी व राजस्व मामलों के जानकार
अब रोज 45 से लेकर 60 तक रजिस्ट्री हो रही है। यह संख्या सामान्य दिनों जैसा ही है। इसे रियल एस्टेट कारोबार के लिहाज से अच्छा संकेत माना जा सकता है। लॉकडाउन अथवा मंदी का रजिस्ट्री में खास फर्क नहीं पड़ा है।
कुमार भूआर्य
-जिला पंजीयक, दुर्ग