राज्य पुलिस के जवानों को भेजे जाने वाला राशन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रवाना किया जाएगा। माओवादियों द्वारा इसे लूटे जाने की आशंका को देखते सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए गए है। प्रत्येक वाहनों के साथ ही पेट्रोलिंग दल और अतिरिक्त जवानों को रखने कहा गया है। वहीं दिन के समय ही इन्हें कैंपों में भेजने की व्यवस्था की जा रही है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि लॉकडाउन के कारण माओवादियों तक राशन नहीं पहुंच पा रहा है। इसके अभाव में वह इसे लूटने के इरादे से घात लगाकर बैठे हुए हैं। इसके लिए अपने साथियों को भी सतर्क कर दिया गया है। बता दें कि 21 मार्च को सुकमा में हुए मुठभेड़ व लॉकडाउन के चलते गांव से लेकर जंगल के अंदरूनी इलाकों में सन्नाटा पसरा हुआ है।
फोर्स पर हमला किया
राशन लूटने के इरादे से माओवादियों ने सुकमा और बीजापुर जिले से वाहनों पर हमला किया था। सुकमा एसपी शलभ सिन्हा ने बताया कि भेज्जी मार्ग के एटेगट्टा गांव के पास राशन लूटने के इरादे से लगातार वाहनों की तलाशी ले रहे थे। इसकी जानकारी मिलने के बाद शनिवार को डीआरजी के जवान भेजे गए थे। उन्हें देखकर माओवादियों ने फायरिंग करनी शुरू कर दी थी। लेकिन जवाबी फायरिंग करते ही वह फरार हो गए।
बस्तर संभाग आईजी पी सुंदरराज ने बताया कि माओवादियों द्वारा राशन लूटे जाने के आशंका को देखते हुए वाहनो की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। साथ ही उन्हें दिन के समय ही रवाना करने के निर्देश दिए गए है।