अंतर की राशि बाद में खाते में डाली जाएगी
समर्थन मूल्य पर धान खरीदी से इन दिनों किसानों के चेहरे पर प्रसन्नता देखी जा रही है। केंद्र सरकार के इनकार के बाद भी छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानों की चिंता करते हुए 25 सौ रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खऱीदा जा रहा है। इसमें किसानों को केंद्र सरकार द्वारा मोटा धान 1815 और पताल धान1835 रुपए प्रति क्विंटल की दर से भुगतान किया जा रहा है। जबकि अंतर की 665 और 668 रुपए की राशि किसानों को बाद में प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के खातों में डाली जाएगी।
बुधवार तक के धान खरीदी के आंकड़े
बुधवार तक नवापारा क्षेत्र के 6 धान खरीदी केन्द्रों में 2752 पंजीकृत किसानों का 1 लाख 1 हजार 350 क्विंटल धान की खरीदी करते हुए 18 करोड़ 26 लाख रुपए का भुगतान कर 4 करोड़ 76 लाख रुपए ऋण वसूली की गई है। अभनपुर के 7 धान खरीदी केन्द्रों में 1657 पंजीकृत किसानों से 55 हजार 138 क्विंटल धान की खरीदी कर 10 करोड़ 4 लाख रुपए का भुगतान किया गया, जबकि 3 करोड़ 13 लाख रुपए की ऋण वसूली की गई है। राजिम क्षेत्र के 7 धान खरीदी केन्द्रों में 1450 पंजीकृत किसानों से 49 हजार 392 क्विंटल 40 किलो धान की खरीदी करते हुए 8 करोड़ 97 लाख 45 हजार रुपए का भुगतान कर 1 करोड़ 88 लाख रुपए की ऋण वसूली की गई। जबकि फिंगेश्वर क्षेत्र के 8 धान खरीदी केन्द्रों में 1907 पंजीकृत किसानों से 66 हजार 435 क्विंंटल धान की खरीदी करते हुए 12 करोड़ 8 लाख 68 रुपए का भुगतान कर 2 करोड़ 28 लाख रुपए का ऋण वसूला गया है।
लिमिट तय करने से नाराज थे किसान
किसान सुबह से अपना धान ट्रैक्टर सहित विभिन्न वाहनों की लेकर खरीदी केंद्र पहुंच रहे हैं और ख़ुशी-ख़ुशी अपना धान बेच रहे हैं। कुछ दिन पूर्व भूपेश सरकार द्वारा धान के संग्रहण और परिवहन में आने वाली समस्या को देखते हुए टोकन में अंकित धान की मात्रा के 35 प्रतिशत कम धान लेने का फरमार जारी किया गया था, जिससे किसान काफी नाराज हो गए थे और विरोध प्रदर्शन करते हुए खरीदी केन्द्रों में तालाबंदी करने के साथ-साथ धान नहीं बेच रहे थे।