इतनी राशि ठगने के बाद भी ठगों का मन नहीं भरा। उन्होंने आरबीआई के नाम से डॉक्टर को एक ईमेल भेजा, जिसमें पार्सल छुड़ाने के लिए रिफ्लेक्शन कोड की जरूरत है और रिफ्लेक्शन कोड के लिए 7 लाख 85 हजार रुपए लगेंगे। इससे डॉक्टर को शक हुआ। वे सुंदर नगर स्थित आरबीआई ऑफिस गए और वहां ईमेल को दिखाकर जानकारी ली। बैंक अधिकारियों ने ईमेल को फर्जी बताया। इसके बाद डॉक्टर को ठगी होने का एहसास हुआ। उन्होंने थाने में शिकायत की। पुलिस ने आरोपी महिलाओं के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर विवेचना में लिया है।
नकली आईडी की आशंका
फेसबुक के जरिए ऑनलाइन ठगने में नाइजीरियन गिरोह आगे रहते हैं। डॉक्टर से ठगी के मामले में भी उन्हीं का हाथ होने की आशंका है। गिरोह अक्सर खूबसूरत युवतियों व महिलाओं के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर रखते हैं। और फिर दोस्ती करके चैटिंग करते हैं।