scriptसर्दी खांसी से पीड़ित का निमोनिया समझ कर रहे थे इलाज, जांच में निकला कोरोना मरीज, मौत | First Coronavirus death in Chhattisgarh, Urla Birgaon area sealed | Patrika News
रायपुर

सर्दी खांसी से पीड़ित का निमोनिया समझ कर रहे थे इलाज, जांच में निकला कोरोना मरीज, मौत

रायपुर से लगे बिरगांव के एक निजी फैक्ट्री में काम करने वाले कोरोना पॉजिटिव (Coronavirus in Chhattisgarh) 36 वर्षीय मजदूर की मौत के बाद हड़कंप मच गया है। इस घटना के बाद फैक्ट्री को सील कर सभी मजदूरों को वहीं पर क्वारंटाइन कर दिया गया है।

रायपुरMay 30, 2020 / 01:17 pm

Ashish Gupta

corona
रायपुर. छत्तीसगढ़ में गुरुवार तक कोरोना वायरस (Coronavirus Outbreak in Chhattisgarh) से मौत का आंकड़ा शून्य था। मगर, शुक्रवार को बिरगांव निवासी निमोनिया ग्रस्त एक मजदूर ने दमतोड़ दिया। मौत के बाद एम्स (AIIMS) रायपुर से आई रिपोर्ट में मृतक में वायरस की पुष्टि से हड़कंप मच गया।
शासन-प्रशासन के अफसर दौड़े-भागे बिरगांव पहुंचे। मृतक के निवास स्थान आरटीओ ऑफिस के पास मेटल वार्ड के कैलाश नगर क्षेत्र का तीन किमी का क्षेत्र सील कर दिया गया है। यहां बड़ी संख्या पुलिस बल तैनात किया गया है, तो उरला और बिरगांव को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक मृतक उरला की एक रोलिंग मिल में काम करता था। करीब छह दिन पहले उसे सर्दी, जुकाम, खांसी के साथ-साथ सांस लेने में तकलीफ हुई। जिसके बाद वह निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया।
coronavaccine.jpg

अस्पताल संचालक डॉ. अनिल कर्नावट ने बताया कि मरीज गंभीर स्थिति में अस्पताल आया था। उसे निमोनिया था। उसे वेंटीलेटर पर रखा गया था। 27 को कोरोना संदिग्ध मानते हुए उसका सैंपल लेकर जांच के लिए एम्स रायपुर भेजा गया था। जहां से 29 मई की दोपहर को रिपोर्ट आई, मगर उसके पहले ही दोपहर 12 बजे उसकी मौत हो चुकी थी।

कोरोना पॉजिटिव मजदूर की मौत के बाद फैक्ट्री सील

राजधानी रायपुर से लगे बिरगांव के एक निजी फैक्ट्री में काम करने वाले कोरोना पॉजिटिव (Coronavirus in Chhattisgarh) 36 वर्षीय मजदूर की मौत के बाद हड़कंप मच गया है। इस घटना के बाद फैक्ट्री को सील कर सभी मजदूरों को वहीं पर क्वारंटाइन कर दिया गया है।

साथ ही जिस निजी अस्पताल में मजदूर का इलाज किया जा रहा था, वहां के डाक्टर और स्टाफ समेत 15 लोगों को क्वारंटाइन किया जाएगा। उस अस्पताल में मजदूर के निमोनिया बीमारी का इलाज किया जा रहा था।

Coronavirus in chhattisgarh
मजदूर उरला स्थित मेटल पार्क में रहता था, इसलिए उस एरिया को भी सील कर दिया गया है। उरला के थाना प्रभारी नितिन उपाध्याय ने बताया कि मजदूर की रिपोर्ट आते ही फैक्ट्री को तुरंत सील कर मजदूरों को वहीं पर क्वारंटाइन कर दिया गया है।
मजदूरों का सैंपल जांच भी कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि अस्पताल को भी सील किया जा सकता है। स्वास्थ्य विभाग की टीम मजदूर की हिस्ट्री तलाशने में जुटी हुई है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मीरा बघेल का कहना है कि रायपुर से बाहर मजदूर नहीं गया था। उसे काफी दिनों से सर्दी और सांस लेने की तकलीफ थी। परिजनों का अभी सैंपल नहीं लिया गया है।
बताया जाता है कि मजदूर के घर से कुछ दूर पर सब्जी मार्केट है, जहां पर वह जाता था। संभावना जताई जा रही है कि वहीं पर किसी के संपर्क में आने से संक्रमित हुआ था।

अस्पताल में कोरोना का इलाज नहीं हो रहा था

जिस निजी अस्पताल में मौत हुई है उसमें मृतक का कोरोना का नहीं, निमोनिया का इलाज हो रहा था। क्या अस्पताल के स्टाफ को भी संक्रमण का खतरा है। बिल्कुल, इसलिए तो यहां के 12 से अधिक स्टॉफ को क्वारंटाइन करवा दिया गया है। जिला स्वास्थ्य टीम देर शाम अस्पताल पहुंची। अस्पताल को क्या सील किया जाएगा, अभी निर्णय नहीं लिया गया है। मगर, संचालकों को निर्देशित किया गया है कि वे सावधानी बरतें।

Home / Raipur / सर्दी खांसी से पीड़ित का निमोनिया समझ कर रहे थे इलाज, जांच में निकला कोरोना मरीज, मौत

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो