रिवीजन रखता है महत्व
अमन जैन ने कहा, कोई्र भी इंटरव्यू हो आपका रिवीजन सबसे अहम होता है। मैने तीनों सालों के सेलेबस को रिवाइज किया। प्लेसमेंट में कंपनी जब आती है तो वह पढ़ाई के साथ आपका नॉलेज भी देखती है। चार सौ लोगों में सिलेक्ट होना अपने आप में यह बताता है कि अपने आपको सबसे अलग प्रजेंट करना किया जाए। मैं अपनी सफलता का क्रेडिट टीचर्स को देना चाहता हूं।
पहले वारीकियों को समझा
प्लेसमेंट में सफल होने पर रायपुर के आदित्य अग्रवाल ने कहा, मेरे पिता एक सिविल कंसल्टेंट हैं एवं एक फर्म चलाते हैं एवं मेरी मां हाउसवाइफ हैं। मुझे दिसंबर में पता चला कि अरसीजियम कंपनी हमारे कॉलेज कैंपस में आ रही है। कंपनी के बारे में जानने के बाद मैंने कंपनी के प्लेसमेंट प्रक्रिया में शामिल होने का निर्णय लिया।
सेल्फ कॉन्फिडेंस ने दिया साथ
रायपुर के रोहित अग्रवाल ने कहा, मेरे इंटरव्यू के अनुभव की बात करें तो वह बड़ा ही कठिन था और उसके लिए मुझे विभिन्न राउंड से गुजरना पड़ा। जिसमें हर राउंड अपने आप में एक चैलेंज था। मेरा मानना है कि हर किसी को सेल्फ मोटिवेटेड होना चाहिए जिससे उसे नई चीजों को के बारे में जानने की एवं समझने की ऊर्जा मिलती है।
पर्सनल एप्टीट्यूड पर सवाल
भिलाई के तुषार जानी ने कहा, मैं प्लेसमेंट में सिलेक्ट हुआ यह मेरे लिए सबसे बड़ी खुशी की बात है। इंटरव्यू के दौरान चार राउंड हुए जो चुनौतीपूर्ण थे। पहले तीन टेक्नीकल राउंड हुए जिसमें कोडिंग के अलावा ऑल सेलेबस से सवाल आए इसके अलावा पर्सनल एप्टीट्यूड को देखते हुए सवाल हुए। ग्रीन सॉफ्ट के दौरान करीब 400 स्टूडेंट शामिल हुए उसके पहले राउंड में हम पंद्रह लोग पहुंचे और बाद में मेरा चयन हुआ। मैं अपनी सफलता का क्रेडिट अपने पेरेंट्स और टीचर्स को देता हूं।