उल्लेखनीय है कि राजनांदगांव के गिरधारीलाल पंजवानी ने आरएस ड्रीमलैंड के डॉयरेक्टर किशोर कुंदनानी और खुशीराम कुंदनानी से उनके इंप्रेशिया हाउसिंग प्रोजेक्ट में दो फ्लैट लिया था। वर्ष 2015 में फ्लैट का सौदा होने पर आरोपियों को 32 लाख रुपए से अधिक भुगतान किया गया था। इसके लिए गिरधारीलाल ने फ्लैट को बैंक में मार्डगेज रखकर लोन लिया था। करीब एक साल बाद बैंक में मार्डगेज उस फ्लैट को आरोपियों ने किसी दूसरे को बेच दिया। इसके लिए फर्जी दस्तावेज तैयार किए गए थे। इसकी शिकायत के बाद आजदचौक पुलिस ने वर्ष 2019 में आरोपियों के खिलाफ धारा 409, 420, 120बी के तहत अपराध दर्ज किया था। लेकिन आरोपियों की आज तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई थी। आरोपियों ने अग्रिम जमानत के लिए सत्र न्यायालय में आवेदन किया था, जो खारिज हो गया। इसके बाद उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ था।
तीन साल भटकने के बाद दर्ज हुआ था मामला
आरोपी बिल्डर के रसूखदारों से संबंध होने के कारण उनके खिलाफ पुलिस मामला दर्ज नहीं कर रही थी। पीडि़त गिरधारी लाल को करीब तीन साल पुलिस अधिकारियों के चक्कर काटने पड़े थे। इसके बाद करीब चार माह पहले ही आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज हुआ। अपराध दर्ज होने बाद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो रही थी।
कई मामले हैं दर्ज
आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी के कई मामले दर्ज हैं। न्यायालय में भी एक मामला दर्ज है, जिसकी सुनवाई चल रही है। बताया जाता है कि आरोपियों ने कई लोगों से पैसा लिया है, लेकिन हाउसिंग प्रोजेक्ट पूरा नहीं किया। और न ही उनका पैसा वापस किया है।
वर्सन
कोर्ट के वारंट पर किशोर कुंदनानी की गिरफ्तारी की गई है। लेन-देन का मामला है।
-प्रफुल्ल ठाकुर, एएसपी-शहर, रायपुर