आरोपी पांच साल से गुमराह करते रहे। आखिर में सईद एजाज ने पुलिस में शिकायत की। जामुल थाना पुलिस ने बताया कि सईद एजाज और रायपुर निवासी प्रमोद तिवारी व मोनेश साहू तीनों दोस्त हैं। प्रमोद व मोनेश ने एजाज को यह बताया कि वे सिलीगुड़ी में होटल कारोबार में राकेश श्रीवास्तव के साथ पार्टनर हैं। राकेश भी रायपुर का ही रहने वाला है। उसके होटल व्यवसाय में इनवेस्ट करने पर पैसा सुरक्षित व प्रॉफिटेबल रहेगा। सईद उनके झांसे में आ गया। वे सईद को सिलीगुड़ी ले गए। जहां पर नक्सलवाड़ी स्थित जगह पर एक 6 मंजिला निर्माणाधीन होटल दिखाया। इसके बाद सईद एजाज ने जान-पहचान वालों से उधार मांग कर 1 करोड़ 33 लाख रुपए इनवेस्ट कर दिए।
छह माह में होटल चालू करने का भरोसा
सईद एजाज को दोस्तों ने यह भरोसा दिया था कि छह माह के अंदर होटल चालू हो जाएगा। इसके बाद सईद ने अपने बिजनेस पार्टनर संतोष के साथ मिलकर अलग-अलग किस्तों में 27 दिसंबर 2016 से 24 जनवरी 2017 तक आरटीजीएस से आरोपी राकेश कुमार श्रीवास्तव और कृष्णचंद श्रीवास्तव के बैंक खाते में रुपए जमा कर दिए।
सईद एजाज को दोस्तों ने यह भरोसा दिया था कि छह माह के अंदर होटल चालू हो जाएगा। इसके बाद सईद ने अपने बिजनेस पार्टनर संतोष के साथ मिलकर अलग-अलग किस्तों में 27 दिसंबर 2016 से 24 जनवरी 2017 तक आरटीजीएस से आरोपी राकेश कुमार श्रीवास्तव और कृष्णचंद श्रीवास्तव के बैंक खाते में रुपए जमा कर दिए।
रायपुर में एग्रीमेंट भी किया
एजाज के रुपए का इंतजाम होने पर आरोपी राकेश रायपुर आया और एजाज से अनुबंध किया, जिसमें व्यवसाय होने या न होने की स्थिति में रकम सुरक्षित वापस करने का वादा किया। भरोसा जीतने के लिए उसने इलाहाबाद बैंक और एक इंडियन बैंक का चेक भी दिया।
एजाज के रुपए का इंतजाम होने पर आरोपी राकेश रायपुर आया और एजाज से अनुबंध किया, जिसमें व्यवसाय होने या न होने की स्थिति में रकम सुरक्षित वापस करने का वादा किया। भरोसा जीतने के लिए उसने इलाहाबाद बैंक और एक इंडियन बैंक का चेक भी दिया।