फ्री में बनते हैं आधार कार्ड
छत्तीसगढ़ के जांजगीर चांपा जिले में एक एेसा ही मामला सामने आया है। यहां च्वाइस सेंटर में आधार कार्ड बनाने के नाम पर मनमाने पैसे वसूल रहे है। वहीं, हर छोटी-बड़ी कामों में आधार की अनिवार्यता के चलते लोग मजबूर च्वाइस सेंटर में 200 से 300 रुपए देकर बनवा रहे हैं। नाम न छपने की डर से एक ग्राहक ने बताया कि सत्या च्वाइस सेन्टर में आधार कार्ड बनाने के नाम पर 300 रुपए ले रहे हैं।
आपको बता दें कि शासन अगर शिविर लगाती है तो आधार कार्ड फ्री में बनते हैं। वहीं, अगर आप किसी च्वाइस सेंटर में जाकर आधार कार्ड बनवाते हैं तो इसके लिए आपको 29.50 रुपए लगते हैं।
इनको देना पड़ता है पैसा
यूआईडीएआई वेबसाइट के मुताबिक यदि आप पंजीकरण में जाकर अपना नाम पता या मोबाइल नंबर अपडेट करना चाहते हैं, तो आपको सर्विस प्रोवाइडर को 29.50 रुपए देने होंते हैं। आधार कार्ड खोजकर ब्लैक एंड वाइट प्रिंट आउट निकालने के लिए 10 रुपए और कलर प्रिंट आउट लेने के लिए 20 रुपए का शुल्क है।
नए आधार कार्ड बच्चों का बायोमेट्रिक फ्री है। नगर के सुभाष यादव ने बताया कि मेरे लड़के का आधार कार्ड बनाने के लिए 200 रुपए शुल्क लिया गया है। इसी तरह ग्राम झपेली निवासी ने बताया कि मेरी पत्नी का आधार कार्ड सुधरवाने के लिए 150 रुपए दिया था। आधार कार्ड, ड्राविंग लाइसेंस, पेनकार्ड इस सेन्टर में किसी भी प्रकार के प्रमाण पत्र बनवाने पर संचालक मनमाना शुल्क ले रहे हैं। विशेषकर आधार कार्ड में तो लूट मची हुई है। च्वाइस सेंटर में प्रशासन द्वारा आवंटित आईडी कोड और संस्थान के नामों का उल्लेख तक नहीं किया है। आम नागरिकों को सहुलियत के नजरिए से च्वाइस सेंटर खुलवा दिए गए हैं
लेकिन संचालक ने तो जरुरतमंदो को लूटने का जरिया बना लिया है। सरकार हर सरकारी कार्य में आधार कार्ड अनिवार्य कर दिया है। व्यक्ति के पहचान का प्रमुख व महत्वपूर्ण साधन है। व्यक्ति मजबूरी मे अधिक पैसा देकर अपना
काम कराने के लिए मजबूर है। सेंटर मे प्रतिदिन कम से कम 20 लोग आते तब एक दिन का 4000 रुपए हो रहा है। इसी प्रकार जिले अनेक च्वॉइस सेन्टर मौजूद है, इस पर अधिकारी-कर्मचारी भी
ध्यान नहीं दे रहे हैं।