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रायपुर

गढ़कलेवा के संचालन के लिए पद्मश्री फूलबासन थी तैयार फिर भी अधिकारियों ने दूसरी संस्था को दिया काम

संस्कृति विभाग: पद्मश्री फूलबासन बाई से संपर्क करने में अधिकारियों ने बरती लापरवाही

रायपुरMar 17, 2019 / 10:25 am

Deepak Sahu

CGNews

गढ़कलेवा के संचालन के लिए पद्मश्री फूलबासन थी तैयार फिर भी अधिकारियों ने दूसरी संस्था को दिया काम

रायपुर. गढक़लेवा के संचालन को लेकर नए-नए खुलासे हो रहे हैं। पत्रिका के पास उपलब्ध विभागीय नोटशीट की प्रति के अनुसार तत्कालीन संचालक ने गढक़लेवा के संचालन में पद्मश्री फूलबासन बाई के समूह को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए थे। उनके इंकार करने पर ही दूसरी महिला समूह को संचालन की जिम्मेदारी देनी थी।
संचालक के निर्देश पर संचालन समिति में शामिल अधिकारियों राहुल सिंह और प्रताप पारख ने नोटशीट पर साफ लिखा है कि फूलवासन बाई से मोबाइल पर चर्चा करने के दौरान उन्होंने गढकलेवा के संचालन में असमर्थतता जताई थी। जब ‘पत्रिका’ ने फूलबासन से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि संस्कृति विभाग से किसी अधिकारी का फोन आया था, उन्हें अपनी समूह की महिलाओं से चर्चा कर संचालन के संबंध में स्वीकृति देने के बात कही थी।
इसके बाद उसी मोबाइल नंबर पर कई बार स्वीकृति देने की सूचना के लिए फोन लगाया लेकिन अधिकारी द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया। महज दो दिन बाद ही रायपुर की महिला समूह से एग्रीमेंट कर लिया गया। इसे लेकर संचालन समिति के दोनों सदस्य राहुल सिंह और प्रताप पारा से बात की गई तो उनका कहना था कि वे कुछ नहीं बोलेंगे, इस बारे में विभाग के संचालक से ही बात कर लीजिए।
ईओडब्ल्यू तक पहुंची शिकायत : लाखों की आमदनी करने वाली संस्था को मुफ्त में 6 हजार वर्ग फीट शासकीय जमीन पर गढक़लेवा संचालन की अनुमति दी गई। कोई शुल्क नहीं लेने के मामले में संचालन समिति में शामिल अधिकारियों राहुल सिंह और प्रताप पारख की संलिप्ताता की शिकायत राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस के नेता अशीष देव सोनी ने ईओडब्ल्यू में की है। यहां के अधिकारियों ने मामले में सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

खत्म हो चुका है एग्रीमेंट
गढक़लेवा का संचालन करने वाली संस्था का एग्रीमेंट दिसंबर 2018 में समाप्त हो चुका है। इस संबंध में विभाग के पूर्व संचालक चंद्राकांत उईके ने टेंडर जारी करने के निर्देश अधीनस्थ अधिकारियों को दिए थे। अब उनके तबादलने के बाद नए संचालक को इसकी जानकारी ही नहीं है।

फाइल मंगवाकर जांच करती हूं
संस्कृति विभाग के सचिव एम. गीता ने बताया कि मुझे इस संबंध में शिकायत मिली है। गढक़लेवा के एग्रीमेंट से जुड़े दस्तावेज मंगवाकर जांच करती हूं। विभाग में चल रही गड़बडिय़ों की जांच करवाई जाएगी।

सख्त कार्रवाई होगी
संस्कृति विभाग के मंत्री ताम्रध्वज साहू ने बताया कि मुझे जानकारी मिली है कि गढक़लेवा के संचालन में अधिकारियों द्वारा लापरवाही हो रही है। फाइल तैयार करवा रहा हूं। सभी मामले पर सख्त कर्रवाई की जाएगी।

फोन करती रही लेकिन जवाब नहीं मिला
पद्मश्री फूलबासन बाई यादव ने बताया कि 2016 में संस्कृति विभाग के अधिकारियों ने मुझसे संपर्क किया था। इस पर मैंने कहा था कि अपनी समिति की महिलाओं से पूछकर बताएंगे। आपसी चर्चा के बाद हम सभी तैयार हुए तो दो दिन बाद संबंधित अधिकारी के नंबर पर कई बार फोन किया लेकिन उन्होंने रिसीव नहीं किया। तीन-चार दिनों तक फोन करती रही लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।

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