गरियाबंद-देवभोग में फोरलेन की तैयारी
उन्होंने यह भी कहा कि दरसल कुछ दिक्कतें भी है जो विकास के कायोँ में अड़चन ला रहा है। वह सरकारी जमीन की उपलब्ध नहीं होना है। गरियाबंद से देवभोग फोर लाइन की सड़क बनने की तैयारी चल रही है। कुछ दिक्कतें उदंती सीतानादी टाइगर प्रोजेक्ट को लेकर के है। जिसके चलते ऐसी संभावना है कि इस क्षेत्र को छोड़कर अन्य क्षेत्र से सड़क निकाली जाएगी। जतमई घटारानी तौरेँगा जलाशय के विकास के लिए 2 से 4 करोड़ जल्द पहुंचने की संभावना है। गरियाबंद जिले के विकास के लिए 200 करोड़ की राशि जल्द ही मिलेगी।
सौरमंडल की मिलेगी जानकारी
राम गमन पथ को लेकर उन्होंने कहा इसमें पैसा बहुत है और इस पर विकास करने की संभावना बलवती है। कुकदाडैम में एक निजी कंपनी के माध्यम से जो कच्छ गुजरात व रायपुर के लोग सौर्य मंडल के विभिन्न ग्रहों और चांद तारों पर एक कार्यक्रम आयोजन किया जाएगा। जिसके माध्यम से लोगों को सौरमंडल की जानकारी उपलब्ध हो सकेगी। गरियाबंद के विकास के लिए नगर निवेश ने जो प्रस्ताव बनाया है, उसे लागू करने की योजनाएं चल रही है। हालांकि यह प्रोसेस 5 से 6 साल में कंप्लीट होगा। लेकिन इसके बनने से गरियाबंद एक नया स्वरूप में नजर आएगा व नगर व्यवस्थित नजर आएगा।
जिले में फूड प्रोसेसिंग की भी संभावना
वर्तमान समय में राम गमन पथ को लेकर राजिम फिंगेश्वर क्षेत्र को विकसित करने की योजना बन रही है। इसी के साथ अनेक योजनाएं राजिम में संचालित है। जहां लगभग राजिम, फिंगेश्वर के विकास के लिए 100 करोड़ रुपए लगने की तैयारी है। गरियाबंद जिले में फूड प्रोसेसिंग की भी संभावनाएं बलवती है, जिसके लिए तैयारियां प्रारंभ है। डाइट महिला बाल विकास, हाउसिंग बोर्ड, जल जीवन मिशन के तहत अनेक योजनाएं संचालित होने वाली है दो-तीन साल में गरियाबंद एक नया स्वरूप में नजर आएगा।