चौथे सेमेस्टर से प्रिप्रेरशन
कल्पित ने बताया, बीआईटी दुर्ग से बीई करते वक्त चौथे सेमेस्टर से मैंने तैयारी शुरू कर दी थी, जो कि वहां से पासआउट होने के बाद तक जारी रही। क्वालिटी और क्वांटिटी दोनों जरूरी हैगेट की तैयारी करते वक्त मैंने पाया कि पढ़ाई में क्वालिटी और क्वांटिटी दोनों जरूरी है। आपको ज्यादा से ज्यादा पढऩ़ा है और उसमें गुणवत्ता भी होनी चाहिए।नींद का असर पेपर पर
एग्जाम में बेहतर परफॉर्म करने के लिए आपकी नींद काफी मायने रखती है। पिछले साल मैं रातभर पढ़ा और सुबह 5 बजे सोया था। साढ़े 6 बजे उठ गया। इस तरह मेरी नींद अधूरी थी जिसका खामियाजा पेपर हॉल में भरना पड़ा। अच्छे माइंड के लिए नींद जरूरी है। अब ये आप अपनी सुविधा के हिसाब से पूरी करें।ये रही स्ट्रेटजी
– सिलेबस से रिलेटेड जितनी भी किताबें थी मैंने दो-दो बार पढ़ी। रिवीजन के नोट्स बनाए। इन नोट्स को बार-बार रिवाइज किया। 3 साल के सारे सवाल सॉल्व किए। – मैं पढ़ाई में पूरी तरह फोकस्ड था। 2018 के लिए तैयारी शुरू करने के बाद अब तक एक ही फिल्म देखा अवेंजर्स एंड गेम। सोशल मीडिया से दूरी थी लेकिन न्यूज के लिए मैंने फेसबक यूज किया। कभी-कभार इंस्टाग्राम देख लेता था।