एेसी थी प्रतियोगिता
केंद्रीय मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय की पहल पर द टीचर ऐप संस्थान ने बच्चों को शिक्षा देने हेतु शिक्षकों के लिए ऐप का निर्माण किया। इसमें वीडियो के माध्यम से गणित, भाषा, विज्ञान, पाठ्यवस्तु चयन, पाठ्यचर्चा जैसी विषयवस्तु को डाला। जिसे देखकर प्रायमरी और पूर्व माध्यमिक स्कूल के बच्चों को खेल-खेल के माध्यम से शिक्षा दी जा सके। साथ ही देशभर के शिक्षकों को इससे जोडऩे के लिए प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसमें शिक्षकों को इनका अवलोकन कर इनसे पृथक शैक्षणिक पद्धति ईजाद कर बच्चों को शिक्षित करना था।
टॉप-10 में शामिल रहे ये शिक्षक
अशोक कुमार राठी (कोरबा) : चाय के कप से स्थानीय मान निकालना कक्षा 1 से 5 के छात्रों को सिखाया।
हेमदास बैरागी (रायगढ़) : बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि उत्पन्न करना, बोर्ड के माध्यम से अलग-अलग अक्षरों को जोड़कर शब्द बनाना बच्चों को सिखाया।
हेमदत्तेश्वर पटेल (कोंडागांव) : हिन्दी-अंग्रेजी के लिए कक्षा छठवीं और आठवीं के कठिन शब्दों का प्रयोग आसानी से करने के साथ आत्मविश्वास विकसित करने के लिए आज के शब्द का निर्माण को बढ़ावा दिया।
समीक्षा त्रिपाठी (मुंगेली) : शब्दकोष बढ़ाने के लिए सभी छात्रों की नाम की सूची बनाते हुए सभी के नाम का मतलब बताते हुए उनके पर्यायवाची सहित अन्य शब्दों का प्रयोग आपस में करना सिखाया। यह कक्षा 4-5 के लिए उपयोगी रहा।
योगेश करंजगवकर (बिलासपुर) : मेल-मिलाप टूल का उपयोग कर गणित और पर्यावरण विषय के कक्षा 1-5 के छात्रों के लिए रेखागणित, पैसे-रुपए, समय, फल, सब्जियों की पहचान करना और इसका मूल उद्देश्य बच्चों की समझ को विकसित करना था। दो तारों के माध्यम से बच्चों को इलेक्ट्रॉनिक तकनीक से सही उत्तर समझने की समझ विकसित की गई।