नोटिस का नहीं दिया संतोषजनक जवाब
माध्यमिक शिक्षा मंडल ने इस मामले में एक जांच समिति बनाई थी। समिति ने बलरामपुर के डीईओ गुप्ता, केंद्र अध्यक्ष और पर्यवेक्षक को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। डीईओ ने नोटिस का गोलमोल जवाब देते हुए मंडल को भ्रमक जानकारी दी थी। मंडल ने इसकी शिकायत स्कूल शिक्षा विभाग से की थी। इसे पूरे प्रकरण को स्कूल शिक्षा विभाग ने गंभीरता से लेते हुए इसे अनुशासनहीनता माना है।
प्रदेश का पहला मामला
प्रदेश का यह पहला मामला है, जब नकल के मामले में जिला शिक्षा अधिकारी को निलंबित किया गया है। बताया जा रहा है कि नकल का मामला कॉपियों के मूल्यांकन के दौरान सामने आया। सभी परीक्षार्थियों के उत्तर एक जैसे लिखे गए थे। मूल्यांकनकर्ताओं ने मंडल को इसका प्रतिवेदन भेजा था। जांच के बाद इसे सामूहिक नकल मानकर परीक्षा रद्द कर दी गई। फिर से परीक्षा लेकर नतीजे जारी हुए। वर्ष-2018 की बोर्ड परीक्षा में शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कुसमी को परीक्षा केंद्र नहीं बनाया गया है।