प्रदेश में सबसे अधिक शिमला मिर्च, हरी मिर्च (139394 मीट्रिक टन) का उत्पादन किया जा रहा है। इसके अलावा परवल व कुंदरू का 32701 मीट्रिक टन और ककड़ी का 800 क्विंटल उत्पादन यहां के किसान कर रहे हैं।
अखिल भारतीय किसान संगठन के संयोजक राजाराम तिवारी ने बताया, विदेशों में फेयर ट्रेड नाम की संस्था है। यह देखती है कि उत्पादक से विक्रेता तक लाभ के बराबर फायदों की निगरानी करती है। अपने यहां खेती व्यवस्थित हुई है, लेकिन लाभ अव्यवस्थित है। विकासखंड स्तर पर उत्पाद को सुखाने, पैक करने, रखने और परिवहन की व्यवस्था होनी चाहिए। तभी किसान आत्मनिर्भर हो पाएगा।