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रायपुर

यहां LPG गैस सब्सिडी मिलना हुआ बंद, होम डिलीवरी में लग रहे 100 रुपए

आलम यह हो गया है कि उपभोक्ता पिछले एक साल से बिना सब्सिडी के गैस ले रहे हैं।

रायपुरAug 08, 2018 / 02:38 pm

चंदू निर्मलकर

CG news

यहां LPG गैस सब्सिडी मिलना हुआ बंद, होम डिलीवरी में लग रहे 100 रुपए

रायपुर. छत्तीसगढ़ के बेमेतरा में सामने आए इस खुलासे से LPG गैस उपभोक्ताओं के होश उड़ गए हैं। यहां उपभोक्ताओं को गैस सब्सिडी मिलना पूरी तरह से बंद हो गया है। इसके साथ ही उपभोक्ताओं को होम डिलीवरी के लिए 100 रुपए ज्यादा कीमत चुकानी पड़ रही है। इससे एक ओर जहां उपभोक्ताओं में गुस्सा है तो वहीं, कस्टमर केयर भी इनकी परेशानियों को भी नहीं समझ रहे हैं। आलम यह हो गया है कि उपभोक्ता पिछले एक साल से बिना सब्सिडी के गैस ले रहे हैं।
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पर्ची देना हुआ बंद अब पैसा दो और गैस लो..
यहां एलपीजी गैस उपभोक्ताओं को 850 रुपए चुकाना पड़ रहा है। इसके साथ ही इंडेन गैस के उपभोक्ताओं को बिना पर्ची के ही गैस बांट रहे हैं। एजेंसी मनमाने तरीके से उपभोक्ताओं से पैसा वसूल रहा है। कस्टमर केयर भी इन गलतियों को अनसुना कर सीधे-सीधे उपभोक्ता को गलत नंबर की जानकारी देने की बात कह रही है। दरअसल इंडेन गैस वितरण केन्द्र नवागढ़ की शाखा से उपभोक्ताओं को कनेक्शन लेने के बाद उपभोक्ता कार्ड लेने लंबे समय से चक्कर लगाना पड़ रहा है। जारी किए गए कार्ड में रिफिलिंग की एंट्री तक नहीं करने की शिकायत सामने आई है।

होम डिलीवरी का 100 रुपए अलग से ले रहे
सब एजेन्सी की मानमानी का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि उपभोक्ताओं को एक रिफिल के 850 रुपए देने होते हंै। इसके अलावा अगर होम डिलीवरी करने पर 100 रुपए अतिरिक्त राशि लेने की शिकायत मिली है। उपभोक्ता मामलों के जानकार योगेश साहू ने बताया कि उपभोक्ताओं के हित के साथ खिलवाड़ किया जाना उचित नहीं है। डीलर के दस्तावेेजों की जांच कर कार्रवाई की जानी चाहिए।

सालभर पहले 5500 रुपए देकर लिया था कनेक्शन
उपभोक्ता हरिप्रिया साहू ने जानकारी दी कि उसने सालभर पहले हि 5500 रुपए देकर कनेक्शन लिया है। जिसके बाद उसे कनेक्शन का पंजीयन नहीं होने के नाम पर पर उपभोक्ता कार्ड नहीं दिया गया। महिला सालभर तक कार्यालय का चक्कर लगाती रही। उसे कुछ दिनों में मिलने की बात कह कर लौटा दिया जाता था अब जाकर उसे कार्ड मिला है। कार्ड में सालभर की रिफिलिंग का रिकॉर्ड दर्ज नहीं किया गया है। साथ ही उसके खाते में रिफिलिंग के बाद मिलने वाली सब्सिडी नहीं दी गई। उसे संदेह है कि वितरण गफलत की है। उन्होंने जानकारी दी कि उसके द्वारा जब कस्टमर केयर से संपर्क किया गया तो उसे जारी किया गया आईडी को ही मान्य नहीं बताया जा रहा है।

महिला के अलावा दो ने भी की शिकायत
महिला उपभोक्ता हरिप्रिया के आलावा शहर में अनेक उपभोक्ता वितरक के स्थानीय कार्यालय के कार्यप्रणाली के शिकार हुए हैं। उपभोक्ता मोतीलाल साहू ने बताया कि उसे तो दो साल में कार्ड जारी किया गया है। इस दौरान किए गए रिफिलिंग का कोई हिसाब नहीं है। कुंदन सिंह राजपूत ने भी देर से कार्ड जारी करने व कार्ड में रिफिलिंग का रिकॉर्ड दर्ज नहीं करने की बात कही है।

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