आंतरिक परीक्षाओं पर पड़ेगा असर
पिछले 6 दिनों से छात्र-छात्राएं विभिन्न तरीके से विरोध जता रहे हैं। इसका सीधा असर उनकी पढ़ाई पर पड़ रहा है। ऐसे में प्रबंधन की ओर से आंदोलन के दो दिनों बाद ही आंतरिक परीक्षाओं की तिथि को 5 की जगह 12 सितंबर से आयोजित करने का निर्णय लिया था, साथ ही दो दिनों के भीतर मांगों पर निर्णय लेने की बात कही थी। वहीं, आंदोलन के 6 दिनों बाद भी कोई निर्णय नहीं होने से छात्रों में रोष की स्थिति है और वे भूख हड़ताल पर जाने की योजना बना रहे हैं।कुलपति को ही लेना है निर्णय
कुलपति ने छात्रों और प्रबंधन दोनों से ही चर्चाएं की हैं, जिस पर अंतिम निर्णय उनके प्रवास से लौटने के बाद लिया जाएगा। अयान हाजरा, कुलसचिव, राष्ट्रीय हिदायतुल्ला विधि विश्वविद्यालय