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अधिकारियों का मानना है कि लगातार अवैध शराब तस्कारी के मामले भी प्रकाश में आ रहे हैं। इससे शासन को राजस्व की भी क्षति हो रही है। इस संबंध जल्द ही कलेक्टर के पास आबकारी विभाग से प्रस्ताव भेजा जाएगा। जिसके बाद सुविधा शुरू हो जाएगी। यह जानकारी एडीओ इकबाल खान ने पत्रिका को दी। उन्होंने बताया कि Lockdown के बाद पुलिस और आबकारी विभाग के द्वारा दर्जन भर से ज्यादा प्रकरण बनाए गए हैं।ओडिशा की शराब की तस्करी जोरों पर
लॉकडाउन के दौरान शराब के आदी लोगों के द्वारा अलग-अलग नशे का विकल्प तलाश रहे हैं। राजधानी के बार और होटलों ने अवैध सप्लाई व होम डिलीवरी तक की सुविधा दी जा रही है। वर्तमान में ओडिशा की शराब बड़े पैमाने में रायपुर पहुंच रही है। इसकी तस्करी पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। रेलवे की डब्ल्यूआरएस कॉलोनी व खमतराई इलाके में कोचिए सक्रिय हो गए हैं।
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बीते साल हुई थी पांच करोड़ की आय
बीते साल सिर्फ होम डिलीवरी सुविधा से आबकारी विभाग को तकरीबन पांच करोड़ रुपए की आय हुई थी। इस सुविधा को पुन: शुरू करने पर विचार चल रहा है।