नियत समय पर पहुंचना जरूरी पंजीयन विभाग द्वारा विभागीय अधिकारियों एवं संबंधितों को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। लॉकडाउन के दौरान पंजीयन कार्यालय में अधिक भीड़ को नियंत्रित करने के उद्देश्य पहले से अपॉइंटमेंट बुक कराने वालों को कार्यालय में आने के अनुमति दी गई। जिस पक्षकार को जो समय दिया जाता है उस समय पर ही उसे पहुंचना पड़ता है, इससे भीड़ नहीं लगती है। एेसी है व्यवस्थापंजीयन कार्यालय में प्रवेश करने से 200 मीटर पूर्व ही बैरेकेडिंग लगाए गए थे।कोरोना संक्रमण के रोकथाम के लिए शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए दो-दो मीटर पर गोलकार रूप में घेरे बने हैं। आने जाने वाले लोगों से उनके मोबाइल पर विभागीय वेबसाइट से मिले अप्वाइंमेंट के मैसेज देखने के बाद ही प्रवेश दिए जा रहे है। कार्यालय को हर रोज सेनिटाइजेशन किया जाता है। पहुंचने वालों पक्षकारों को मास्क अनिवार्य किया गया है। जांच करने के लिए उप रजिस्टार और पुलिस के जवान तैनात थे। रजिस्ट्री कार्यालय में व्यवस्था का निरीक्षण करने के लिए पंजीयन विभाग के उच्चाधिकारी आते रहते हैं। 5 मई से 15 मई तक प्रदेश का आंकड़ा4459 दस्तावेज का पंजीयन14.25 करोड़ स्टाम्प ड्यूटी8.92 करोड़ पंजीयन फीस[typography_font:14pt;” >रायपुर . राज्य शासन ने 13 मई से प्रदेश के सभी पंजीयन कार्यालय में दस्तावेजों की पंजीयन के अनुमति दी गई है। धीरे-धीरे व्यवस्था पटरी पर आ रही है। शुक्रवार को तीसरे दिन जिले के सात पंजीयन कार्यालयों में 133 रजिस्ट्रियां हुईं। रायपुर के चार पंजीयन कार्यालय में 69पंजीयन में 38.2457 लाख रुपए राजस्व प्राप्त हुआ। जिले के सात पंजीयको रायपुर के चार, तिल्दा, अभनपुर,आरंग से 52, 01,546 लाख रुपए राजस्व विभाग को मिला। लॉकडाउन में मिली छूट के बीच तीसरे दिन 133 रजिस्ट्रियां हुईं, जबकि पिछले साल मई माह की 15 तारीख को 205 रजिस्ट्री हुई थी। इससे करीब चार करोड़ रुपये स्टॉम्प शुल्क के रूप में मिले थे। शुक्रवार को पंजीयन विभाग के परिसर में आम दिनों की अपेक्षा सन्नाटा ही छाया रहा। पंजीयन अधिकारी का दावा है कि आने वाले दिनों में धीरे-धीरे रजिस्ट्रियां की संख्या में इजाफा होगा। 15 मई को प्रदेश का आंकड़ाराज्य में 993 दस्तावेज का पंजीयन 2.57 करोड़ स्टाम्प ड्यूटी1.65 करोड़ पंजीयन फीस