ज्यादातर लोगों की शिकायत है कि एटीएम कार्ड पहुंचने में महीनेभर का समय लग रहा है, जिसकी वजह से जरूरी लेन-देन भी बाधित हो रहा है। एटीएम कार्ड को डाक के माध्यम से घर के पते पर भेजने का नियम है, लेकिन 50 फीसदी एटीएम पते से वापस लौटकर बैंकों में डंप पड़े हुए हैं। लिहाजा ग्राहकों को वापस बैंक आकर कार्ड के बारे में पूछताछ करनी पड़ रही है।
नए एटीएम कार्ड की अनिवार्यता इसलिए भी लोगों के लिए जरूरी हो चुका है, क्योंकि मैग्नेटिक स्ट्रिप वाले कार्ड को ब्लॉक कर दिया गया है। एटीएम कार्ड के ब्लॉक होने के बाद लेन-देन भी ठप हो चुका है। 31 दिसम्बर के बाद कार्ड ब्लॉक करने के बाद बैंकों में नए एटीएम कार्ड के लिए आवेदनों की संख्या में जबरदस्त इजाफा हुआ।
इसके एवज में नए एटीएम मिलने में काफी देरी हो रही है। इस संबंध में एसबीआइ, पीएनबी के अधिकारियों का कहना है कि आवेदनों के प्राप्त होने के बाद एटीएम कार्ड के लिए मुख्यालय को सूचना भेजी जाती है, जिसके बाद कंपनियों से कार्ड की डिलीवरी के बाद इसे ग्राहकों को उपलब्ध कराया जाता है।