इंडस्ट्रीज को करा रहे अहसास, उनके बिना अधूरी है पढ़ाई
एनआईटी के डायरेक्टर एएम रवानी ने कॉन्क्लेव का मकसद बताते हुए कहा, इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स को थ्योरिकल और प्रैक्टिल पढ़ाई के साथ आगे इंडस्ट्रीज के लिए तैयार करना भी संस्थान का दायित्व है। साथ ही इंडस्ट्रीज को यह अहसास दिलाना कि उनकी मौजूदगी बेहद जरूरी है। हम चाहते हैं कि इंडस्टीयल एक्सपीरियंस का फायदा छात्रों को मिले।बदलाव से मिलाएं तालमेल
वीरेंद्र धवन, जनरल मैनेजर, भिलाई स्टील प्लांट ने ‘एक्सपेक्टेशंस ऑफ़ इंडस्ट्री फ्राम इंस्टीट्यूटÓ विषय पर अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि इडस्ट्रीज में खुद की जरूरत को स्थापित करना भले चुनौती हो लेकिन जिसने यह कर लिया वह टिका रहेगा। युवाओं को चाहिए कि डिग्री के अलावा अपने स्किल को डवलप करें। हमेशा बदलाव को देखें और समझें और उससे तालमेल बनाएं। अगर हम सोचें कि इंडस्ट्रीज को सिर्फ नॉलेजबल पर्सन चाहिए तो इस थॉट को अपडेट करना होगा। इंडस्ट्रीज को ऐसे युवा की जरूरत है जो कम वक्त में किसी भी प्रॉब्लम्स का सॉल्युशन तलाश ले। उसमें लिडरशिप का गुर हो।