कुछ दिन बीतते ही कथित युवती ने खुद को शंकर नगर निवासी बताया और सोहेल को मिलने शंकर नगर बुलाया। गुरुवार रात करीब 9 बजे सोहेल जल्द लौटने का बोलकर घर से निकला। जैसे ही शंकर नगर पहुंचा वहां बॉटल हाउस के पास इंतजार कर रहे आरोपियों ने सोहेल को जबरदस्ती अपनी कार में बैठाया और फरार हो गए।
उधर, रात 10 बजे तक सोहेल घर नहीं लौटा, तो परिजनों को चिंता हुई। सोहेल के दोनों मोबाइल बार-बार बंद और चालू मिल रहे थे। कभी आउट ऑफ कवरेज एरिया बता रहे थे। कोई फोन नहीं उठा रहा था। रात 11.44 बजे फिर सोहेल के मोबाइल से पिता युसूफ के नंबर पर कॉल आया और किडनैपरों ने कहा कि सोहेल का अपहरण कर लिया है। 30 लाख रुपए दो नहीं तो सोहेल की हत्या कर देंगे। घबराए युसूफ ने तुरंत अपने साले मोहम्मद हनीफ को बुलाया। हनीफ ने तत्काल पुलिस को सूचना भिजवाई और किडनैपरों का फोन आया तो सोहेल सेबात कराने को कहा। आरोपियों ने तीन सेकंड के लिए सोहेल से बात कराई। हनीफ ने आरोपियों को पैसा देने का आश्वासन दिया और खुद पुलिस के पास पहुंच गया।
भाठागांव चौक पर बुलाया रकम लेकर : किडनैपर अमीन ने हनीफ को पैसा लेकर कुम्हारी बुलाया। हनीफ ने इतनी दूर आने से इनकार किया तो सुबह करीब 9.30 बजे भाठागांव चौक के पास 10 लाख रुपए लेकर भाठागांव चौक पहुंचा। तब आरोपी ने हनीफ को पहले एक फिर दूसरे शोरूम के पास बुलाया। वहां पहुंचने पर गाड़ी छोड़कर पैदल आने के लिए कहा। कुछ दूर सुनसान स्थान पर अमीन अकेला बाइक पर बैठा मिला। उसने बैग मांगा और हनीफ ने सोहेल को दिखाने के लिए कहा। इस बीच हनीफ के साथ गए पुलिस आरक्षक ने अमीन को पकड़ लिया। उसे लेकर थाने पहुंचे।
फिगेश्वर में मिला सोहेल : पुलिस ने सोहेल की तलाश में आधा दर्जन टीमें बना रखी थी। सोहेल को जिस कार से किडनैपर ले जा रहे थे, उसका लोकेशन धमधा, बालोद, अभनपुर रोड दिखा रहा था। सिविल लाइन के एसआई अनवर अली के साथ एक टीम किडनैपर्स के पीछे थी। फिंगेश्वर के घटारानी के पास पुलिस टीम ने किडनैपर्स को पकड़ लिया। सोहेल को सुरक्षित अपने कब्जे में ले लिया। कार में पीयूष रामचुरा और खमतराई का फासिस मांझी मिले। एक अन्य आरोपी मौके से फरार हो गया। फरार आरोपी को कथित युवती बताया जा रहा है। इस तरह पुलिस ने अपहरण का मास्टर माइंड अमीन अली के साथ फासिस और पीयूष को भी गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।