अवॉर्ड मिलने पर बढ़ गई है जिम्मेदारी
सुचेता को इस साल की शुरुआत में राष्ट्रपति के हाथों फस्र्ट लेडी का अवॉर्ड मिला है, जिसे महिला एवं बाल विकास विभाग की आेर से राष्ट्रपति भवन में आयोजित किया गया था। इसमें एेसी 100 महिलाओं का सम्मान किया गया जिन्होंने न सिर्फ खुद को साबित किया, बल्कि क्षेत्र विशेष में अव्वल भी रहीं। साथ वे फिट इंडिया कैंपेन की एंबेसडर भी हैं। इसके अलावा उन्हें और भी अवॉर्ड मिल चुके हैं। अवॉर्ड को लेकर पूछे जाने पर वे कहती हैं कि पुरस्कार जो भी हों, इससे हंबल फील होता है। यह मेरे अकेले का अवॉर्ड नहीं, बल्कि जुम्बा कम्युनिटी का है। अब मेरी जिम्मेदारी बढ़ गई है कि हर घर में जुम्बा हो। वीमन में फिटनेस का अडक्शन होना चाहिए। वे हर चीज को लेकर अपने बारे में आखिरी में सोचती हैं, जबकि उन्हें फिटनेस के मामले पर पूरी तरह अलर्ट रहना चाहिए। वे फिट रहेंगी तभी परिवार फिट रहेगा।
बहुत ही सिंपल हैं बिपाशा बसु
सुचेता ने बताया कि वे सेलेब्स को भी ट्रेंड कर रही हैं। हाल ही में बिपाशा बसु को ट्रेनिंग दी है।उन्हें जुम्बा सिखाने में बड़ा मजा आया। उनकी खासियत ये है कि वे जब भी कोई चीज सीखना चाहती हैं, बिना सीखे छोड़ती नहीं हैं। उनको सिखाते वक्त तो मेरी ही एक्सरसाइज हो गई। दरअसल, जुम्बा फार्मूला होता है। यह हैप्पी ड्रग्स है। इसमें फिटनेस चैलेंज दिया जाता है। सोशल मीडिया से भी नई चीजें मिल रही हैं। जुम्बा किड्स, जुम्बा गोल्ड, स्ट्रांग बाय जुम्बा इसके टाइप्स हैं।
स्कूल के सिलेबस में हो शामिल
सुचेता ने कहा कि जुम्बा को स्कूली सिलेबस में शामिल किया जाना चाहिए। इससे बच्चों को फिटनेस को लेकर अलर्टनेस आएगी। हालांकि मैंने बचपन में तय कर लिया था कि इंजीनियर ही बनना था, लेकिन डांस मेरा पैशन था। देर से ही सही मैंने इसे कॅरियर बना लिया। अब दूसरों को भी इसे कॅरियर बनाने के लिए मोटिवेट कर रही हूं।
करना पड़ा स्ट्रगल
मैं आइटी सेक्टर में जॉब कर रही थी। सबकुछ ठीक चल रहा था। लेकिन स्ट्रेस के चलते अचानक मुझे सब अच्छा नहीं लगने लगा। मैं डिपे्रशन का भी शिकार हो गई। कई बीमारियों ने मुझे घेर लिया था। किसी भी चीज में मन नहीं लग रहा था, सिवाए डांस के। उस वक्त मैं मुम्बई में थी। मैं बहुत ही टफ डिसीजन लिया कि जॉब छोड़कर फूल टाइम डांस स्टार्ट करूं। चूंकि मैंने शुरू से ही तय नहीं किया था कि डांस में कॅरियर बनाना है, इसलिए काफी स्ट्रगल किया। मेरी किस्मत अच्छी थी कि 2009 में एक चांस यूएस जाने का मिला। वहां मैंने जुम्बा डिस्कवर किया।